सुभाष शिरढोनकर
12 अगस्त 1995 को मुंबई में पैदा हुई, सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी सारा अली खान ने कोलंबिया विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया है। उन्होंने अभिषेक कपूर के निर्देशन में सुशांत सिंह राजपूत के साथ ‘केदारनाथ’ (2018) से अपने कैरियर की शुरुआत की थी। ‘केदारनाथ’ (2018) दर्शकों की कसौटी पर बेशक खरी नहीं उतर सकी, लेकिन हर किसी ने सारा अली खान की खूबसूरती और काम की सराहना की।
कैरियर की दूसरी फिल्म ‘सिंबा’ में अपने शानदार अभिनय से सारा अली खान ने साबित कर दिया कि वह जितनी खूबसूरत हैं उतनी ही बोल्ड, बेबाक और समझदार अभिनेत्री भी हैं। रोहित शेट्टी निर्देशित इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता के परचम फहरा दिए।
इम्तियाज अली की ‘लव आज कल’ में सारा अली खान कार्तिक आर्यन के साथ नजर आई, लेकिन बॉक्स ऑफिस के लिहाज से यह कुछ खास नहीं रही। पिछले दिनों सारा अली खान की ‘कुली नंबर 1’ ओटीटी पर ऑन स्ट्रीम हुई। इसमें वह वरूण धवन के साथ थीं। इन दिनों सारा, निर्देशक आनंद एल राय की फिल्म ‘अतरंगी रे’ की शूटिंग कर रही हैं। इसमें वह अक्षय कुमार और धनुष जैसे कलाकारों के अपोजिट नजर आएंगी। प्रस्तुत हैं सारा अली खान के साथ की गई बातचीत के मुख्य अंश…
इंडस्ट्री में दाखिल होने के बाद आपके नजरिए में किस तरह का बदलाव आया है?
जब आप बाहर होते हैं और फिर अचानक आपका दाखिला इस इंडस्ट्री में होता है, तब आपका बहुत कुछ बदल जाता है। ये दो बिलकुल एक दूसरे से अलग दौर होते हैं, किसी भी तरह इनकी तुलना नहीं की जा सकती।
यदि आप इस इंडस्ट्री का हिस्सा न होती, तब कैसा महसूस करतीं?
इस बारे में क्या कहूं? स्वाभाविक है कि जिस चीज को हासिल करने का सपना मैंने बचपन से देख रखा था, यदि वह हकीकत में नहीं बदलता तो दुख तो होता ही। इसलिए सिर्फ एक बात कह सकती हूं कि मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे इस इंडस्ट्री का हिस्सा बनने का मौका मिला। वर्ना इस दुनिया में सपनों का हकीकत बन पाना काफी मुश्किल होता है।
एक्ट्रेस बनने के पीछे आपकी किस्मत के अलावा आपकी मां का कितना योगदान रहा?
मम्मी के एक एक्ट्रेस होने के कारण ही शायद मेरे मन में एक्ट्रेस बनने का ख्याल आया। आज मैं जो कुछ कर रही हूं, मेरी स्टाइलिंग, मेरी फिल्में, सब कुछ मुझे, मेरी मम्मी से ही मिला है। जिस वक्त मैंने इस इंडस्ट्री का रुख किया, मम्मी ने एक बहुत अच्छी नसीहत दी थी कि जो चीज तुम्हें पसंद हो वही करो, जिस चीज से खुद को कनेक्ट न कर सको, उसे करने की जरूरत नहीं और मैं स्ट्रिक्टली उसे फोलो कर रही हूं।
टाइगर श्रॉफ के अपोजिट ‘बागी 4’ का हिस्सा बनकर, कैसा महसूस हो रहा है?
टाइगर के अपोजिट मैं पहली बार ‘हीरोपंती 2’ करने वाली थी, लेकिन कुछ ऐसा हुआ कि वह मेरे हाथ से निकल गई लेकिन मुझे बेहद खुशी है कि मैं अब उनके अपोजिट ‘बागी 4’ करने जा रही हूं। इसमें मेरा किरदार बेहद जबर्दस्त है। ‘हीरोपंती 2’ की शूटिंग खत्म होते ही टाइगर इसके लिए ऐवलेबल होंगे। उम्मीद करती हूं कि बहुत जल्दी फिल्म की शूटिंग शुरू होगी।
ड्रग केस में आपका नाम आ जाने की वजह से साजिद नाडियाडवाला की ‘हीरोपंती 2’ आपके हाथ से निकल गई लेकिन अब आप उनकी ‘बागी 4’ कर रही हैं। आखिर आपने उन्हें कन्विंस किस तरह किया?
साजिद का मानना था कि टाइगर और मेरी जोड़ी एकदम फ्रेश रहेगी। इसलिए ‘हीरोपंती 2’ का ऑफर मुझे मिला था लेकिन उस वक्त मैं ‘अतरंगी रे’ में बिजी होने के कारण उनके लिए डेटस का इंतजाम नहीं कर सकी। ड्रग्स केस का उससे कुछ भी लेना देना नहीं था। उस केस में तो मुझे पहले ही एन.बी.सी की क्लीन चिट मिल चुकी है।