जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने सेबी को एक पत्र लिखा है। उन्होने सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) और रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास से अदाणी ग्रुप पर लगे आरोपों पर जांच करने का आग्रह किया है।
बता दें कि जयराम रमेश ने यह पत्र ट्वीटर पर भी पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि ‘अदाणी समूह के ऊपर अत्यधिक कर्ज होने की बात कही जा रही है। अगर अदाणी समूह ने ऑफशोर शैल कंपनियों की मदद से अपने शेयरों की कीमतों को कृत्रिम तरीके से बढ़ाया है तो इन ओवर प्राइस शेयरों को गिरवी रखकर फंड जुटाया है तो इससे अदाणी समूह को आगे फंड जुटाने में समस्या हो सकती है। ऐसे में इसका भारतीय बैंकिंग सिस्टम पर भी असर हो सकता है’।
ये हैं आरबीआई गवर्नर और सेबी अध्यक्ष को लिखे मेरे पत्र जिनमें उम्मीद जताई गई है कि प्रधानमंत्री का आशीर्वाद प्राप्त अडानी समूह के ख़िलाफ़ तमाम आरोपों पर एक संपूर्ण एवम् स्वतंत्र जांच की जाएगी। https://t.co/ccsNY3uMQI
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) February 15, 2023
रिजर्व बैंक से की जांच की मांग
जयराम रमेश ने रिजर्व बैंक से इस मामले की जांच करने की मांग की है। साथ ही यह भी लिखा है कि अदाणी समूह को क्या कोई गारंटी दी गई है कि अगर विदेशी फंडिग नहीं मिलती है तो भारतीय बैंक उन्हें बेलआउट पैकेज देने के लिए मजबूर तो नहीं किया जाएगा! जयराम रमेश ने एलआईसी और एसबीआई द्वारा अदाणी समूह के प्रति असामान्य उदारता बरतने पर भी सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस नेता ने लिखा कि ‘केंद्रीय बैंक होने के नाते रिजर्व बैंक को भारतीय बैंकिंग सिस्टम को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करने चाहिए। हम अपील करते हैं कि देशहित में यह सुनिश्चित किया जाए कि देश के करदाताओं को किसी बिजनेस समूह की अनियमितताओं और खराब प्रशासन की कीमत ना चुकानी पड़े’
अदाणी समूह की गड़बड़ियों से भारतीय नागरिक परेशान: जयराम रमेश
जयराम रमेश ने सेबी की चीफ माधवी पुरी बुच को लिखे पत्र में जयराम रमेश ने लिखा कि अदाणी समूह में कथित गड़बड़ियों से कई भारतीय नागरिक परेशान हैं। कई भारतीय कानूनों के उल्लंघन के साथ ही यह सेबी के नियमों के भी खिलाफ है। हम अपील करते हैं कि सेबी इसकी पूरी पारदर्शिता से जांच करे। इसमें की गई लापरवाही भारतीय कॉरपोरेट प्रशासन और भारतीय वित्तीय रेगुलेटर्स की क्षमता पर वैश्विक तौर पर सवालिया निशान लगा सकती है।