जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: देश के बड़े उद्योगपतियों में से एक मुकेश अंबानी के घर के बाहर हाल ही में एक संदिग्ध कार मिली। इस मामले में अब आतंकी एंगल सामने आया है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आतंकी संगठन जैश उल हिंद ने रविवार को अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी कार रखने की जिम्मेदारी ली है।
संगठन ने टेलिग्राफ एप के जरिए इसकी जिम्मेदारी ली है। कुछ दिनों पहले ही इस संगठन ने इस्रायल के दूतावास के बाहर हुए धमाके की भी जिम्मेदारी ली थी। संगठन की तरफ से बिटकॉइन से पैसे की मांग की गई थी।
जांच एजेंसी से कहा- रोक सकते हो तो रोक लो
आतंकी संगठन ने एक संदेश के जरिए जांच एजेंसी को चुनौती दी है। संदेश में लिखा है, ‘रोक सकते हो तो रोक लो, तुम कुछ नहीं कर पाए थे जब हमने तुम्हारी नाक के नीचे दिल्ली में तुम्हें हिट किया था, तुमने मोसाद के साथ हाथ मिलाया लेकिन कुछ नहीं हुआ।’ इसके आखिर में लिखा है कि तुम्हें (अंबानी के लिए) मालूम है तुम्हें क्या करना है। बस पैसे ट्रांसफर कर दो जो तुम्हें पहले कहा गया है।
क्या है पूरा मामला
25 फरवरी को मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के बाहर एक संदिग्ध कार और 20 जिलेटिन की छड़ें मिली थीं। बुधवार रात को एक बजे के आसपास स्कॉर्पियो को खड़ा किया गया था। सीसीटीवी फुटेज में घर के बाहर दो गाड़ियां देखी गई थी जिसमें एक इनोवा भी शामिल थी।
गाड़ी का ड्राइवर एसयूवी को एंटीलिया के बाहर पार्क करके चला गया था। संदिग्ध कार दिखने के बाद अंबानी के घर के सुरक्षाकर्मियों ने स्थानीय पुलिस को इसके बारे में सूचित किया था। इसके बाद मुंबई पुलिस ने मामले की जांच करनी शुरू कर दी थी।
गाड़ी में रखा था धमकी भरा पत्र
सूत्रों के मुताबिक, इस संदिग्ध गाड़ी में से एक पत्र भी मिला था, जो हाथ से लिखा गया था। सूत्रों ने बताया था कि चिट्ठी में लिखा है, ‘ये तो सिर्फ एक ट्रेलर है। नीता भाभी, मुकेश भैया, ये तो सिर्फ एक झलक है। अगली बार सामान पूरा होकर तुम्हारे पास आएगा और पूरा इंतजाम हो गया है।’
29 जनवरी को इस्रायली दूतावास के बाहर हुआ था धमाका
राजधानी दिल्ली में 29 जनवरी की शाम को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था वाले वीआईपी इलाके लुटियंस जोन में एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर स्थित इस्रायली दूतावास के पास एक बम विस्फोट हो गया था। गणतंत्र दिवस के कारण घोषित हाई अलर्ट के बीच शाम 5.05 बजे दूतावास से महज 150 मीटर दूर जिंदल हाउस के सामने हुए धमाके में कोई घायल नहीं हुआ था, लेकिन आसपास खड़ी तीन कारों के शीशे टूट गए थे। इसके एक दिन बाद आतंकी संगठन जैश उल हिंद ने टेलिग्राम के जरिए धमाके की जिम्मेदारी ली थी।