- जाम लगने की सूचना पत्र अधिकारियों ने गन्ना किसानों की समस्या का समाधान किया
जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: बड़ौली- ट्योढी गांव के बीच हाईवे के निकट मलकपुर चीनी मिल के गन्ना क्रय केंद्र पर तौल लिपिक द्वारा किसानों का गन्न नहीं तोलने के विरोध में किसानों ने दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर गन्ने से भरी बुग्गी व ट्राली आड़े-तिरछी लगाकर जाम लगाया। जाम की सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने किसी तरह मामले को सुलझाया। rतोल लिपिक को हड़काते हुए गन्ना तोल कराया। तब जाकर ही हाईवे से जाम हटा।
मलकपुर चीनी मिल के बड़ौली व ट्योढी गांव के बीच गन्ना क्रय केंद्र ए तथा बी है। कई दिन से दोनों के केंद्र पर गन्ना तोल बंद थी। बुधवार को गन्ना क्रय केंद्र ए तो चालू कर दिया। लेकिन बी चालू नहीं किया। बी गन्ना क्रय केन्द्र से संबंधित किसान भी गन्ना लेकर पहुंच गए थे। लेकिन यहां का तोल लिपिक नहीं पहुंचा था। बी गन्ना क्रय केन्द्र के किसान ए क्रय केन्द्र के तोल लिपिक से उनका गन्ना तोलने का निवेदन किया।
उसने मना कर दिया। बी गन्ना क्रय केंद्र का गन्ना किसानों का आरोप है कि तोल लिपिक ने उनके सामने शर्त रख दी कि उनका गन्ना तो तोल देगा। लेकिन पांच परसेंट एक्स्ट्रा गन्ना लेगा। किसानों ने उसकी खुशामद की। लेकिन वह नहीं माना।किसानों ने बताया कि उन्होंने मिल के अधिकारियों से बात की। लेकिन उधर से भी कोई जवाब नहीं आया। किसानों ने आक्रोशित होते हुए दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर गन्ने की ट्राली लगा दी।
वाहनों का आवागमन बंद हो गया। वाहनों की सवारी में तंग होकर किसी ने मुख्यमंत्री और अधिकारियों को ट्वीट किया। वहीं अधिकारियों को भी सूचना दे दी। बड़ौत तहसीलदार, सीओ बड़ौत, कोतवाली से पुलिस मौके पर पहुंचे।एनएचएआई के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
अधिकारियों ने मलकपुर मिल के अधिकारी से बात करता हूं गन्ना किसानों के गन्ने का प्रबंध करने का आदेश दिया। दूसरा तोल लिपिक बुक लेकर भेजा गया। तब जाकर जाम खुला जहां करीब 2 घंटे तक जाम लगा रहा उसके बाद ही वहां बैठी सवारियों व वाहन चालकों ने राहत की सांस ली।