जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की रहने वाली कनिष्का मित्तल ने जेईई एडवांस्ड 2020 की परीक्षा में गर्ल्स कैटेगरी में ऑल इंडिया रैंक वन हासिल की है।
17 वर्षीय कनिष्का मित्तल ने बताया कि वह पिछले दो साल से राजस्थान कोटा में रहकर तैयारी कर रही थीं। उनका बड़ा भाई बीटेक कर रहा है, जिसे देखकर ही वह भी प्रेरित हुईं और आईआईटी में जाने का सपना लेकर कोटा आ गईं।
कनिष्का ने कहा कि मैंने कभी दूसरों से अपनी तुलना नहीं की। मेरा कंपटीशन खुद मेरे साथ था इसलिए मैंने हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की। मुझे खुद पर विश्वास था। अपनी तैयारी के लिए मैं नियमित रूप से होमवर्क करती थी।
कनिष्का मित्तल कहती हैं कि मैंने अधिक से अधिक प्रश्नों का अभ्यास किया क्योंकि जेईई का पेपर हर बार नया होता है। इसमें किसी भी विषय से, कहीं से भी सवाल आ सकते हैं। कोटा आने से पहले, मेरा गणित मजबूत था लेकिन फिजिक्स कमजोर थी।
कनिष्का ने बताया जेईई मेन के बाद मैंने जेईई एडवांस की तैयारी की, लेकिन लॉकडाउन के कारण परीक्षा को आगे बढ़ा दिया गया था। मैंने इस समय का पूरा फायदा उठाया, और रोजाना 8 से 10 घंटे से ज्यादा पढ़ाई की।
तीन विषयों में मेरे कमजोर प्वाइंट्स पर काम करने से मेरी समझ में सुधार हुआ। मैंने अधिकतम डाउट्स को बाहर निकाला और फिर टीचर की मदद से हल किया। संभवतः लॉकडाउन के कारण मैं इस रैंक को प्राप्त करने में कामयाब रही।
कनिष्का ने कहा कि उन्हें उपन्यास पढ़ना और चित्र बनाना पसंद था। हालांकि, वह पिछले 2 वर्षों में केवल एक उपन्यास पढ़ पाईं, क्योंकि वह जेईई एडवांस की तैयारी कर रही थीं।
उन्होंने आईआईटी जेईई की तैयारी करने का फैसला क्यों किया? इस वाल का जवाब देते हुए कनिष्का मित्तल ने बताया कि क्योंकि आमतौर पर कम लड़कियां आईआईटी में रुचि दिखाती हैं इसलिए मैंने इसकी तैयारी की। उन्होंने कहा कि मुझे गणित पसंद है इसलिए मैंने आईआईटी जेईई के लिए जाने का फैसला किया।
बता दें कि कनिष्का के पिता अनुज कुमार मित्तल एक फोटोस्टेट की दुकान चलाते हैं, जबकि मां सुचिता मित्तल एक हाउसवाइफ हैं।