जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: बुलंदशहर के अनूपशहर कोतवाली में तैनात एक महिला दारोगा ने शुक्रवार रात अपने आवास पर पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी। शामली जनपद निवासी महिला दारोगा अनूपशहर कोतवाली में करीब ढाई वर्ष से तैनात थीं।
कोतवाली क्षेत्र में वह किराए पर कमरा लेकर रह रही थीं। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। एसएसपी समेत आला अफसर मौके पर मौजूद हैं। मृतका के कमरे से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।
जानकारी के अनुसार मूल रूप से शामली जनपद के गांव भैंसवाल निवासी 32 वर्षीय आरजू पवार बीते ढाई वर्ष से अनूपशहर कोतवाली में बतौर उप निरीक्षक तैनात थीं।
अनूपशहर के मोहल्ला नेहरू गंज में एक मकान में वह किराए पर रहती थीं। बताया जा रहा है कि वह मकान मालिक के घर पर ही खाना खाती थीं। शुक्रवार शाम को वह अपने कमरे पर ही मौजूद थीं।
शाम करीब 7:30 बजे मकान मालिक ने उन्हें खाना खाने के लिए आवाज दी, उस दौरान उन्होंने थोड़ी देर में नीचे आकर खाना खाने की बात कही थी। लेकिन वह नीचे नहीं आईं और उनके फोन की घंटी कमरे में लगातार बजती रही।
जिसके बाद मकान मालिक ने ऊपर जाकर कमरा खुलवाने की कोशिश की, लेकिन कमरा नहीं खुला। जिसके बाद मकान मालिक ने पड़ोस में रहने वाले अन्य पुलिसकर्मियों को मामले की जानकारी दी।
जिन्होंने मौके पर पहुंचकर कमरे के अंदर झांक कर देखा तो महिला उप निरीक्षक का शव दुपट्टे के फंदे पर लटका हुआ था। जिसकी सूचना उन्होंने तत्काल थाना पुलिस व अन्य अफसरों को दी। एसडीएम पदम सिंह और अन्य पुलिस अफसरों की मौजूदगी में वीडियोग्राफी कर उनके कमरे का गेट तोड़ा गया और शव को नीचे उतार कर जांच पड़ताल की गई।
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि ‘मैं अपनी करनी के लिए स्वयं ही जिम्मेदार हूं यही मेरी करनी का फल है’ आत्महत्या के कारणों की अभी स्पष्ट जानकारी नहीं हो सकी है।
महिला उप निरीक्षक आरजू पवार द्वारा अपने कमरे फंदे से लटक कर आत्महत्या की गई है।
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। मौके से मिला सुसाइड नोट जिसमें लिखा है कि यही उनकी करनी का फल है, मैं अपनी करनी के लिए स्वयं ही जिम्मेदार हूं। परिजनों को मामले की सूचना दे दी गई है जांच पड़ताल के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। -संतोष कुमार सिंह, एसएसपी |