Wednesday, June 11, 2025
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कईं अलग तरीके से बनाएं टेस्टी कढ़ी, खाकर रह जाएंगे हैरान!

नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका ​हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। आज हम फिर आए हैं नइ रेसिपी के साथ। वैसे तो यह कोई नई डिश नहीं है लेकिन अक्सर जब भी आप इसको खाते हैं तो हर बार एक अलग ही टेस्ट होता है। तो बिना देर किये बताते हैं इस रेसिपी का नाम दोस्तों हम कोई नई रेसिपी नहीं बल्कि कढ़ी की बात कर रहे हैं।

क्या आप भी पंसद करते हैं?? कढ़ी को हमारे पूरे भारत के लोग बड़े चाव से खाते है। बेसन और दही की मदद से बनने वाली कढ़ी खाने में बेहद ही लाजवाब होती है।

भारत के अलग-अलग हिस्सों में कढ़ी को बनाया व खाया जाता है। तो आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे अलग-अलग तरह की कढ़ी के बारे में जिन्हें भारत के अलग-अलग राज्यों में बनाया जाता है..

सबसे पहले हम बात करेंगे सिंधी कढ़ी

यह कढ़ी बेहद स्वादिष्ट होती है। इसमें कई सब्जियां डाली जाती हैं। जिससे बेसन और दही से बनी यह कढ़ी काफी हद तक सांभर जैसी दिखती है।

बता दें कि, इस कढ़ी में ग्वारफली, भिंडी और सहजन जैसी सब्जियां मिलाई जाती हैं, जो इसे आपकी गर्मियों की थाली के लिए बहुत ही पौष्टिक बनाती हैं।

अब आती है गुजरात की कढ़ी

इस गुजराती कढ़ी का टेस्ट सभी कढियों से बिल्कुल अलग है। दरअसल, यह मीठी कढ़ी होती है। साथ ही यह गुजराती कढ़ी बिना पकौड़े के बनाई जाती है और इसे बनाने के लिए गुड़, दही और बेसन का इस्तेमाल किया जाता है।

इस गुजराती कढ़ी में हल्दी पाउडर,प्याज और लहसुन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। बल्कि हींग, जीरा, सरसों के बीज, करी पत्ते, आदि जैसे मसालों का स्वाद दिया जाता है। यह कढ़ी जितनी सुनने में टेस्टी है खाने में उतनी ही स्वादिष्ट होती है।

एह लो जी पंजाबी दी कढ़ी

अगर आप जानते है या नहीं भी तो बता दें कि, पंजाबी कढ़ी को लोग कढ़ी पकोड़ा कहकर भी पुकारते हैं। पंजाबी कढ़ी दही, बेसन, पानी और जीरा और हल्दी पाउडर जैसे हल्के मसालों से तैयार की जाती है।

इस रेसिपी को अधिक टेस्टी बनाने के लिए इसमें हरी मिर्च और लाल मिर्च पाउडर का इस्तेमाल भी किया जाता है। पंजाबी कढ़ी बनाते समय इसमें पकौड़े के अलावा कटा हुआ प्याज भी डाला जाता है।

फजेतो कढ़ी

कच्चे आमों से बनी यह कढ़ी बेहद टेस्टी होती है। यह कढ़ी भी गुजरात के राज्ये में बनाई जाती है। यह कढ़ी तीखी, मीठी और थोड़ी मसालेदार होती है। फजेटो कढ़ी को भी बिना प्याज व लहसुन के तैयार किया जाता है। इस आम कढ़ी को चावल और रोटियों के साथ भी खाया जा सकता है। यह कढ़ी खट्टी बनती है।

महाराष्ट्रीयन कढ़ी

आमतौर पर बिना प्याज और लहसुन के बनी महाराष्ट्रीयन कढ़ी को चावल और खिचड़ी के साथ खाया जाता है। इस कढ़ी में पकौड़ा नहीं डाला जाता है। इस कढ़ी को चीनी या गुड़ के साथ थोड़ा मीठा किया जाता है, जिससे इसका स्वाद गुजराती कढ़ी के करीब हो जाता है। इसे बनाते समय लाल मिर्च, जीरा, करी पत्ते और हींग आदि का इस्तेमाल किया जाता है।

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