- नवीन सब्जी मंडी में समस्याओं का अंबार, पथ प्रकाश, पेयजल आपूर्ति, शौचालय सबकुछ बदहाल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: दिल्ली रोड स्थित नवीन मंडी परिषद के व्यापारियों एवं आढ़तियों से शुक्रवार को निकाय चुनाव व हमारा मेयर कैसा हो उसको लेकर चर्चा की। व्यापारियों एवं आढ़तियों ने महानगर की विभिन्न समस्याएं गिनाई और मंडी परिसर में जिन मूलभूत सुविधाओं का टोटा है, उनके बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि महापौर बिना भेदभाव के विकास कराने वाला हो साथ ही आपसी भाईचारा एवं सौहार्द बनाकर सभी को साथ लेकर चलने वाला हो।
व्यापारियों ने कहा कि महानगर में समस्याओं का अंबार है और पूरा शहर गंदगी, जाम, अतिक्रमण, सड़कों पर दूषित पानी के जलभराव समेत विभिन्न समस्याओें से जूझ रहा है। व्यापारी बोले-मेयर कोई भी बने वह चाहते हैं कि वह विकास करने वाला बने, केवल कार्यालय में बैठकर फाइलों पर हस्ताक्षर करने वाला न बने, धरातल पर विकास करे लोगों की जन समस्याओं को सुने और उनका समाधान कराये।
मंडी में पेयजल आपूर्ति सबसे बड़ी समस्या
- नवीन सब्जी मंडी में बरसात के समय जलभराव की समस्या बन जाती है। विद्युत लाइटें खराब हुई पड़ी हैं। जिसके चलते पथ प्रकाश की व्यवस्था बदहाल है। पेयजल आपूर्ति के लिये मंडी परिसर के अधिकतर नल खराब पड़े हैं। जिनका रीबोर कराया जाना जरूरी है। बारिश से मंडी परिसर में जलभराव की समस्या खड़ी जो जाती है। बरसात में मंडी में फल एवं सब्जी के साथ अन्य सामान लेकर आने वाले किसान एवं व्यापारी और आढ़ती तीनों को ही परेशानी का सामना करना पड़ता है। जो भी मेयर बने वह समूचे महानगर में विकास कराये, लेकिन नवीन सब्जी मंडी की समस्या पर भी ध्यान दें। -पदम सैनी, अध्यक्ष नवीन मंडी परिषद
शहर में जलभराव की समस्या बनी नासूर
- महानगर में जाम, अतिक्रमण, जलभराव की समस्या एक नासूर बनी हुई है। अब तक जितने भी मेयर बने अधिकतर समस्याओं से निजात दिलवाने में तमाम प्रयासों के बावजूद कामयाब नहीं हो सके। जो भी मेयर बने वह सभी को साथ लेकर विकास के क्षेत्र में एक नई मिशाल कायम करे और बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य समूचे महानगर में कराये। नवीन सब्जी मंडी में जिन मूलभूत सुविधाओं की दरकार है, उन्हे भी पूरा कराये। -राकेश मोहन, नवीन सब्जी मंडी परिषद
मंडी में मूलभूत सुविधाओं का भारी टोटा
- महानगर की सबसे बड़ी नवीन मंडी परिषद में मूलभूत सुविधाओं का टोटा है। जो भी बाहर से व्यापारी या आढ़ती मंडी में आता है। वह मंडी में मूलभूत सुविधाएं नहीं होने पर परेशानी महसूस करता है। रात में पथप्रकाश की समस्या सबसे बडी समस्या है। कुछ व्यापारी रात्रि के समय आते हैं और पथ प्रकाश की व्यवस्था नहीं होने पर वह मंडी में वाहन से सामान तक नहीं उतार सकते। वहीं, रात में मंडी में सामान के चोरी होने का खतरा भी अंधेरे के कारण बना रहता है। जो भी मेयर बने वह महानगर के विकास के साथ ही मंडी परिसर में बदहाली पर भी ध्यान दे और विकास कार्य कराये। -सुरेशचंद लोधी, उपाध्यक्ष, नवीन मंडी परिषद
अधिकारी नहीं करते समस्याओं का समाधान
- जिस तरह से महानगर की मंडी में मूलभूत सुविधाएं होनी चाहिए वह नहीं है। तमाम शिकायतों के बावजूद मंडी परिषद के अधिकारियों के द्वारा समस्या का समाधान नहीं कराया जाता। उनकी मेयर से भी विकास के क्षेत्र में अपेक्षा होती है कि मेयर के माध्यम से भी मंडी परिसर में कुछ सुविधाएं होनी चाहिए। जो मूलभूत सुविधा है, मेयर उन्हे मंडी परिषद से कराए या नगर निगम के बजट से, लेकिन समस्या का समाधान होना चाहिए। -सुनपत सिंह, मंड़ी आढ़ती
भेदभाव से न हो शहर का विकास
- महानगर में बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य कराने वाला मेयर होना चाहिए। महानगर लगातार कई वर्षों से अनगिनत समस्याओं से जूझ रहा है। जिसमें मुख्य रूप से सड़कों पर अतिक्रमण, टंकी की पानी की पाइप लाइन के लीकेज होने की समस्या, सड़कों पर जगह जगह पसरी गंदगी। सड़कों पर घूमते आवारा पशु, खूंखार कुत्तों से महानगर के लोग खासे परेशान हैं। विकास कार्य कराने के लिये निगम एवं तमाम अधिकारियों के चक्कर काटते हुये पीड़ित व्यक्ति को देखा जा सकता है। जो भी मेयर बने वह कम से कम नगर निगम क्षेत्र की समस्या का समाधान तो कराए। -ओमपाल प्रधान रिठानी वाले मंडी आढ़ती