- भाला फेंक खिलाड़ी अन्नू रानी और प्रीतिपाल का नाम अर्जुन अवार्ड के लिए हुआ नामित, सूची जारी होने के बाद परिजनों में हर्ष का माहौल
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: बहादरपुर गांव की गोल्डन गर्ल भाला फेंक खिलाड़ी अन्नू रानी का नाम अर्जुन अवार्ड के लिए नामित हुआ है। गुरुवार को अवार्ड के लिए जारी हुई में अन्नू का नाम घोषित होने के बाद परिजनों व ग्रामीणों में हर्ष का माहौल है। अन्नू के घर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। अन्नू रानी एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने के साथ ही देश की झोली में तमाम मेडल डालकर नाम रोशन कर चुकी हैं। फिलहाल अन्नू रानी पटियाला में रहकर अपने खेल को निखारने का काम कर रही है।
सरधना के बहादरपुर गांव निवासी किसान अमरपाल सिंह की बेटी भाला फेंक खिलाड़ी अन्नू रानी का सफर बेहद संघर्ष से भरा रहा है। खेतों की पगडंडियों से निकल कर इस प्रतिभा ने पूरी दुनिया में अपने खेल से देश का नाम रोशन करने का काम किया है। गत पेरिस ओलंपिक में भी अन्नू रानी ने टॉप 15 में अपनी जगह बनाई थी। इससे पहले अन्नू ने अक्टूबर 2023 में चीन के हांगचाऊ में हुए 19वें एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतकर सबसे ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। वर्ष 2022 में भी अन्नू रानी ने कॉमनवेल्थ गेम्स में देश को कांस्य पदक दिलाने का काम किया था।
इसके अलावा अन्नू रानी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दर्जनों मेडल देश को दे चुकी है। गुरुवार को अर्जुन अवार्ड पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वाले खिलाड़ियों में अन्नू रानी का नाम आया तो परिजनों और ग्रामीणों में हर्ष की लहर दौड़ गई। परिजनां को बधाई देने के लिए अन्नू के घर लोगों का तांता लग गया। फिलहाल अन्नू रानी पटियाला में रहकर अपने खेल को निखारने का काम कर रही है। जानकारी के अनुसार 17 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में अन्नू रानी को अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
तीन घंटे बाद मिली अन्नू को जानकारी
इस समय अन्नू रानी पटियाला में रहकर अभ्यास कर रही है। सुबह से शाम छह बजे तक अन्नू रानी अभ्यास करती है। इस दौरान खिलाड़ी को मोबाइल इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं होती है। जहां एक ओर पूरे देश को अन्नू अर्जुन अवार्डी बनने की सूचना मिली चुकी थी। वहीं अन्नू को खुद तीन घंटे बाद सूचना मिल सकी। अभ्यास पूरा करने के बाद अन्नू ने मोबाइल तो पता चल सका। जिसके बाद सबसे पहले अन्नू अपने भाई उपेंद्र सिंह को फोन करके सूचना दी।
अन्नू रानी के पिता अमरपाल ने की प्रार्थना
अन्नू रानी को अर्जुन अवार्ड मिलने के लिए परिवार लंबे समय से प्रार्थना कर रहा था। वहीं अन्नू भी दिन रात पसीना बहा रही थी। अन्नू को अर्जुन अवार्ड मिलने की सूचना के बाद पिता अमरपाल सिंह ने सबसे पहले प्रार्थना कर भगवान का धन्यवाद अदा दिया। प्रार्थना पूरी करने के बाद अमरपाल सिंह ने बताया कि वैसे तो अन्नू को गत वर्ष अर्जुन अवार्ड मिलना था। मगर किन्ही कारण से सूची में नाम नहीं आया था। अब नाम जारी होने पर उन्होंने सबसे पहले भगवान का धन्यवाद दिया।
‘शानदार प्रदर्शन के दम पर हासिल किया मुकाम’
क्रांतिधरा से खेल क्रांति की शुरुआत मेरठी की प्रतिभावान खिलाड़ी बेटियों ने मानों 2025 की शुरुआत से ही से ही कर दी है। जहां एक ओर नये साल के पहले ही दिन महिलाओं क्रिकेट अंडर-19 यूपी की टीम में मेरठ की अमीषा और भूमि के चयन की खबर से गुरुवार को मेरठ की दो एथलीट बेटियों को अर्जुन अवार्ड देने की घोषणा की गई। खेल के क्षेत्र में देखा जाये तो ये समय बेहद खास माना जा रहा है।
दिल्ली के राष्टÑपति भवन में आगामी 17 जनवरी को देश की प्रथम महिला राष्टÑपति द्रोपदी मूर्मु भाला फेंक ओलंपियन अन्नू रानी और पैराओलंपिक के फर्राटा धावक प्रीतिपाल को अर्जुन अवार्ड देकर सम्मानित करेंगी। खेल मंत्रालय द्वारा गुरुवार को अर्जुन अवार्ड की सूची में मेरठ की दोनो खिलाड़ियोंं को शामिल करने की घोषणा करने से खेल से जुड़े संघों, खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और परिवार में खुशियों का माहौल है।
प्रीतिपाल को उनके मेरठ स्टेडियम के कोच गौरव त्यागी, यूपी एथलेटिक्स एसोसिएशन की तकनीकी समिति के चेयरमैन अन्नू कुमार और क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी अतिरिक्त प्रभार अनिमेष सक्सेना ने उन्हें अर्जुन अवार्ड मिलने पर बधाई और शुभकामनाए दी हैं। इसके साथ ही अन्य खेलों से जुड़े खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों ने उनके बेहतर भविष्य की कामना की है।
ये है प्रीतिपाल का सफर
कसेरू बक्सर में रहने वाले दूध डेयरी संचालक अनिल के यहां प्रीति को बचपन में ही सेरेब्रल पाल्सी नाम की ऐसी बीमारी पाई गई, जिसमें दिमाग और शरीर मांसपेशियों के बीच संवाद काफी देर से स्थापित हो पाता है। ऐसे में किसी भी बात पर प्रतिक्रिया देने में सामान्य से अधिक समय लगता है। यही कारण है कि इस बीमारी में व्यक्ति किसी भी चीज पर रिएक्ट करने में अधिक समय लेता है। इलाज के भरपूर प्रयासों के बावजूद वह पूरी तरह से ठीक तो नहीं हुई, लेकिन इस दौरान दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में कोच गजेंद्र सिंह से उनकी मुलाकात ने पूरी तस्वीर ही बदलकर रख दी।
एक फर्राटा धावक बनने के लिये शुरू हुआ प्रशिक्षण का यह सफर ने उन्हें पैरा एथलीट के रूप में स्थापित करना शुरू किया तो, उनका हौसला बढ़ता चला गया। पेरिस 2024 पैरालंपिक में प्रीति ने महिलाओं के 100 मीटर टी-35 स्पर्द्धा में 23 वर्षीय भारतीय पैरा-एथलीट ने 14.21 का इंडिविजुअल बेस्ट टाइम निकालकर सबको चौंका दिया। वर्ष 2024 की शुरुआत में ही जापान के कोबे में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में महिलाओं की 200 मीटर टी-35 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर पहले पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई किया था।
प्रीतिपाल के गांव में जश्न का माहौल
क्षेत्र के गांव हाशमपुर निवासी एक सामान्य परिवार में जन्मी प्रीति पाल ने पूरी दुनिया में क्षेत्र के साथ-साथ भारत देश का नाम रोशन कर दिया और यह बता दिया कि सामान्य परिवार से उठकर भी आसमान की ऊंचाइयों को छुआ जा सकता है। प्रीति पाल ने कुछ दिन पूर्व ही पेरिस में हुए पैरालंपिक खेलो में दो कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन कर दिया। इसके साथ प्रीति पाल एक ही पैरालंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बन गई थी। प्रीति पाल के पदक जीतने के बाद क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई थी और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने प्रीतिपाल के माता-पिता के हाथों से मोदीनगर के निकट बने एक स्टेडियम का उद्घाटन भी कराया था।
बाद में जयंत चौधरी ने गांव हाशमपुर स्थित घर पर पहुंचकर प्रीति पाल को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) का एम्बेसडर बनाया जिससे संबंधित पत्र भी प्रीति पाल को सौंपा था। गुरुवार को प्रीति पाल को खेल मंत्रालय की ओर से अर्जुन अवार्ड दिए जाने की घोषणा की गई। जिसके बाद घर पर प्रीति पाल के पिता को बधाई देने वालों का तांता लग गया। प्रीति पाल को भारत सरकार की ओर से आगामी 17 जनवरी को राष्ट्रपति मुर्मू देवी अर्जुन अवार्ड से सम्मानित करेंगी।