फीचर डेस्क |
माइल्ड स्ट्रोक मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी एक गंभीर स्थिति है। स्ट्रेस भरी लाइफ और गलत खान-पान के कारण माइल्ड स्ट्रोक के मामले बढ़ते जा रहे है। माइल्ड स्ट्रोक से पहले आपकी बॉडी आपको कुछ संकेत देती है। माइल्ड स्ट्रोक जिसे मिनी स्ट्रोक भी कहा जाता है मेडिकल भाषा में इसेट्रांसिएंट इस्केमिक अटैक (TIA) कहा जाता है।
इसमें दिमाग के किसी एक हिस्से में ब्लड सप्लाई ठीक से नहीं हो पाती जिससे दिमाग की नसों में ब्लॉकेज, फैट या कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन में बाधा आती है। माइल्ड स्ट्रोक में माइंड ब्लड सर्कुलेशन 5 मिनट से ज्यादा के लिए बाधित हो सकता हैं।
ब्लड की कमी भी माइल्ड स्ट्रोक का कारण होती है। अगर समय रहते इसका इलाज नहीं करते है तो आगे चलकर यह हेमोरेजिक स्ट्रोक का रूप भी ले सकते हैं। स्थिति गंभीर होने पर ब्रेन डेड की समस्या हो सकती है।
माइल्ड स्ट्रोक के लक्षण
- अचानक धुंधला दिखाई देना या कम दिखाई देना
- किसी भी बात को याद ना रख पाना
- चक्कर आना
- तेज सिर दर्द होना
- अंगो का सुन्न पड़ जाना शरीर के एक हिस्से या चेहरे पर
- थकान और कमजोरी
माइल्ड स्ट्रोक से बचाव
- अगर आप डाइबिटिक हैं तो अपना शुगर लेवल बैलेंस रखें
- मसालेदार और जंक फ़ूड से परहेज करें
- जो महिलाएं धूम्रपान करतीं हैं उनको धूम्रपान से परहेज करना चाहिए क्योकि यह भी आपके ब्रेन्स ब्लॉकेज का कारण हो सकता है
- रोजाना वर्क आउट करें
- योग मेडिटेशन का अभ्यास माइल्ड स्ट्रोक की समस्या से बचाव करने में हेल्पफुल है
- फलों और सब्जियों को अपने डेली डाइट में शामिल करें
- ब्लड प्रेशर बैलेंस बनायें रखें
- कोलेस्ट्रॉल बढ़ने ना दें
- इसके अलावा अगर आपको कोई माइल्ड स्ट्रोक के लक्षण दिखतें हैं तो आप तुरंत डॉक्टर की सलाह लें