जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्लीः मोदी सरकार के छह कैबिनेट मंत्रियों ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जो कृषि विधेयक आज राज्यसभा से पास हुए हैं वो ऐतिहासिक हैं।
किसानों को इसके जरिए वो आजादी मिलेगी जिसके वो हकदार हैं। इसके अलावा मुख्य रूप से उन्होंने विपक्ष के आज के हंगामे के ऊपर चर्चा की और इस कृत्य की निंदा की।
राजनाथ सिंह ने सबसे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने कभी भी किसानों के अहित की बात नही सोची है और सरकार हमेशा उनके भले के लिए कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मैं भी किसान हूं और जानता हूं कि सरकार कभी किसानों के भले के विरुद्ध नहीं जाएगी।
रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं खुद एक कृषक रहा हूं और किसानों की समस्याओं को लेकर जागरुक हूं, सरकार के लिए गए कदमों की मैं सराहना करता हूं और इन कानूनों से किसानों को वो आजादी मिलेगी जिसके लिए वो इतने सालों से इंतजार कर रहे हैं।
राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे पर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राज्यसभा में जो भी हुआ, वह बहुत दुखद और शर्मनाक है। हर किसी ने आसन के साथ हुई बदसलूकी को देखा है, सदस्यों ने नियम पुस्तिका फाड़ डाली, आसन के पास चले गए। मैंने संसद में इस तरह का गलत आचरण कभी नहीं देखा।
विपक्ष के हंगामे पर राजनाथ सिंह ने कहा कि राज्यसभा के उपसभापति मूल्यों को लेकर प्रतिबद्ध हैं, स्वस्थ लोकतंत्र में इस तरह के आचरण की उम्मीद नहीं की जा सकती। अगर विपक्ष सहमत नहीं भी था तो क्या यह उन्हें हिंसक होने, आसन पर हमला करने की अनुमति देता है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं किसानों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य और एपीएमसी की व्यवस्था बनी रहेगी, इसे किसी भी कीमत पर, कभी भी नहीं हटाया जाएगा।
राज्यसभा में पास हुए कृषि बिल
राज्यसभा में रविवार को कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों के भारी हंगामे के बीच कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सरलीकरण) विधेयक-2020 और कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 को मंजूरी दे दी। लोकसभा में ये विधेयक पहले ही पारित हो चुके हैं।