जनचर्चा: तीसरे और चौथे पायदान की लड़ाई लड़ रहा सपा प्रत्याशी
सपा ने पहले बनाया था मुस्लिम को उम्मीदवार, अब बनाया जाट प्रत्याशी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जिला पंचायत के चुनाव में इस बार सपा के प्रत्याशी अपनो के ही षड्यंत्र में फंसकर अपने वजूद की लड़ाई लड़ने में लगे हुए हैं। क्योंकि, इस बार के चुनाव में जिन प्रत्याशियों को सपा ने उम्मीदवार बनाया है। वह अपनी जमीन को तलाशन में लगे हुए हैं।
वार्ड-13 से पहले सपा ने मुस्लिम को अपना प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन इसके बाद सपा ने जाट को अपना उम्मीदवार घोषित किया। जिसे अपना उम्मीदवार बनाया है। वह अपने वजूद की ही जंग लड़ता हुआ नजर आ रहा है। क्योंकि इस वार्ड से पहले तो उसे मुस्लिमों की अनदेखी भारी पड़ रही है।
इसके बाद वह खुद पार्टी के नेताओं के षड्यंत्र का शिकार हो रहा है। सपा का यह प्रत्याशी तीसरे और चौथे पायदान की जंग लड़ रहा है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इस बार सपा में टिकट को लेकर जद्दोजहद चला। एक ही दिन में कई-कई बार कई वार्डो से प्रत्याशियों का टिकट बदला।
खासकर वार्ड-13 और वार्ड-छह पर काफी रोमांचक देखने को सपा में मिला। दोनों वार्डों में मुस्लिमों की अच्छी खासी वोट है। यहां से पहले मुस्लिम प्रत्याशी अपनी दावेदारी कर रहे थे, लेकिन पार्टी का रुख इस बार अन्य बिरादरी के लोगों को चुनाव लड़ाना था।
वार्ड-13 से पहले मुस्लिम को प्रत्याशी बनाया गया था, लेकिन बाद में विजय राठी को प्रत्याशी बना दिया गया। वार्ड-छह से मुस्लिम को टिकट न मिलना भी मुस्लिमों में अच्छी खासी नाराजगी देखने को मिल रही है। इन दोनों वार्डो से ही सपा प्रत्याशी तीसरे और चाथे पायदान की लड़ाई लड़ रहे हैं।
क्योंकि, सपा के जिले के कुछ कद्दावर नेता दोनों ही प्रत्याशियों के खिलाफ है। दोनों ही प्रत्याशी खुद ही प्रचार में जुटे हुए हैं। क्योंकि इन दोनों के वार्ड में किसी भी बड़े सपा नेता ने प्रचार करने तक की जहमत भी नहीं उठाई है। क्योंकि सपाइयों के षड्यंत्र में ही यह दोनों प्रत्याशी उलझे हुए हैं। अब देखना है कि यह इनकी नैय्या कैसे पार होगी।