- लिसाड़ीगेट क्षेत्र में सीवर के चोक होने पर सड़क पर हुआ जलभराव
- लोहियानगर में चोक नाले की सफाई के बाद सड़क पर डाली गई सिल्ट बनी परेशानी का सबब
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जनाब! नाम तो है हुमायूंनगर, लेकिन यहां के हालात बद से बदतर हैं। नगर निगम साफ-सफाई का राग अलाप रहा है। इन सब के बावजूद शहर में गंदगी का आलम चरम पर है। लिसाड़ी गेट क्षेत्र में सीवर के चोक होने के कारण सड़क पर जलभराव की समस्या बन गई। इस जलभराव की समस्या से जहां एक तरफ स्थानीय लोगों को परेशानी पैदा हुई। उधर दूसरी तरफ मार्ग से होकर गुजरने वाले राहगीरों को भी परेशानी पैदा हुई।
नगर निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी शिकायत के बाद भी संज्ञान नहीं लेते। लोहिया नगर में नाला सफाई के बाद निकाली गई सिल्ट नहीं उठाए जाने पर वह सड़क पर ही फैल रही है। जिसके चलते राहगीरों को परेशानी पैदा हो रही है। शहर में कई जगहों पर सीवर के ढक्कन खुले पडेÞ हैं। जिसमें एक बच्चा खुले सीवर के ढक्कन के कारण जा गिरा था, उसे बमुश्किल निकाला गया।
लिसाड़ी गेट क्षेत्र निवासी शौकत अली का कहना है कि नगर निगम द्वारा बार-बार शिकायत के बाद भी न तो सफाई व्यवस्था में सुधार कराया जाता है, न ही चौक नालों की साफ-सफाई अच्छे से कराई जाती है। उधर, सीवर के चोक होने की समस्या भी लगातार बनी रहती है। इसमें सीवर चोक होने से सड़क पर जलभराव की समस्या पैदा हो गई है। इसमें अब्दुल वाहिद, फहीम रंगरेज व मिलन पैलेस के निकट निवासी शहजाद ने बताया कि शहर में सीवर के चोक होने के कारण सड़कों पर जलभराव की समस्या पैदा होना एक आम बात हो गई है।
लोहियानगर क्षेत्र में नगर निगम द्वारा चोक नालों की जेसीबी से सफाई कराई गई। जो सिल्ट नाले से निकाली गई थी, उसे निगम द्वारा नहीं हटवाया गया। अब वह वाहनों के कारण मार्ग पर फैलने लगी है। जिस कारण स्कूली बच्चों के साथ मार्ग से होकर गुजरने वाले राहगीर भी परेशान होते दिखाई देने लगे हैं। लोगों का कहना है कि नगर निगम अधिकारी शिकायत के बाद भी मामले में संज्ञान नहीं ले रहे हैं। महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने नगर निगम अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ सूरजकुंड रोड स्थित डिपो पर ली। जिसमें उन्होंने इस तरह की समस्या के समाधान कराने के लिए भी निर्देशित किया।