जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: बॉलीवुड फिल्मों के बायकॉट की आग अब मराठी इंडस्ट्री में भी पहुंच गई है और यहां पर भी विरोध शुरू हो गया है। 25 अक्टूबर को रिलीज हुई शरद केलकर की मराठी फिल्म ‘हर हर महादेव’ को लेकर काफी ज्यादा बवाल शुरू हो गया है।
एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने फिल्म का विरोध करते हुए सिनेमघारों पहुंचकर शो बंद करवाने की कोशिश की। उनके समर्थकों ने एक अन्य मल्टीप्लेक्स में फिल्म देखने पहुंचे एक शख्स की पिटाई की। जितेंद्र आव्हाड का आरोप है कि फिल्म ‘हर हर महादेव’ में छत्रपति शिवाजी से जुड़े इतिहास को गलत तरह से दिखाया गया है।
छत्रपति शिवाजी के वंशज और पूर्व सांसद संभाजीराजे छत्रपति ने फिल्म विरोध करते हुए कहा कि सिनेमाई आजादी की आड़े में शिवाजी महराज के इतिहास के साथ छेड़छाड़ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे।
संभाजीराजे छत्रपति ने इसके साथ ही हाल ही में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में अनाउंस की गई मराठी फिल्म ‘वेदत मराठे वीर दौदाले सात’ का भी विरोध किया है। बताते चलें कि फिल्म ‘वेदत मराठे वीर दौदाले सात’ में अक्षय कुमार छत्रपति शिवाजी का रोल करेंगे। इस फिल्म का डायरेक्शन महेश मांजरेकर करने वाले हैं।
बता दें कि अभिजीत देशपांडे के डायरेक्शन में बनी मराठी फिल्म ‘हर हर महादेव’ को लेकर लोगों में काफी उत्साह था। इस फिल्म को क्रिटिक्स ने सराहा है। फिल्म में शरद केलकर के अलावा सुबोध भावे और अमृता खानविलर भी नजर आ रहे हैं।
फिल्म ‘हर हर महादेव’ सुबोध भावे ने छत्रपति शिवाजी का रोल और शरद केलकर ने प्रभु देशपांडे का रोल किया है। ये फिल्म प्रभु देशपांडे के ऊपर आधारित है। छत्रपति शिवाजी के सेनापति रहे प्रभु देशपांडे ने 300 सैनिकों की सेना के साथ 12 हजार बीजापुरी सैनिकों से युद्ध किया था।