- गंगा में नहीं मिले युवक, कार का बैक शीशा और स्टेपनी सही सलामत मिलने से घर वाले परेशान
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: केदारनाथ से वापस लौट रहे शास्त्रीनगर के चार युवकों का गंगा में पता नहीं लग पाया है। एनडीआरएफ की टीम कार का बैक शीशा और स्टेपनी बरामद करने के बाद कांवड़ में ड्यूटी लगने के कारण वापस लौट गई। इसके साथ परिवार के सदस्य भी दु:खी मन से लौटकर मेरठ आ गए। परिवार के सदस्यों का कहना है कि इतनी ऊंचाई से गिरने के बाद भी कार के बैक शीशे में खरोंच तक नहीं आई।
शास्त्रीनगर में पीवीएस के पीछे रहने वाले नितिन वर्मा के अलावा हर्ष, पंकज शर्मा, गुलबीर केदारनाथ दर्शन के लिये गए थे और रविवार को वहां से लौटकर आ रहे थे। तभी नई टिहरी में मुनि की रेती से आगे कोड़ियाला में उनकी कार चार मीटर नीचे गंगा में समा गई थी। तब से अब तक एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें युवको को ढूंढने में लगी हुई हैं। मौके से पुलिस को आधार कार्ड, मोबाइल और बैग आदि मिले थे।
इनके आधार पर ही इनकी पहचान हो पाई थी। तभी परिजन गंगा के किनारे खड़े होकर रेसक्यू आपरेशन देखने में लगे रहे। गंगा में पानी का तेज बहाव और जानलेवा भंवर के कारण रेस्क्यू टीम को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सोमवार को गंगा में डूबे नितिन वर्मा के भाई विपिन वर्मा ने बताया कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से मिलने के बाद एनडीआरएफ की टीम ने काफी मेहनत की और सर्च आपरेशन भी चलाया, लेकिन अभी तक कुछ भी पता नहीं चला है।
मन में तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं, लेकिन उनका समाधान फिलहाल नहीं हो रहा है। हादसे के बाद जो सबूत मिले हैं, वो तमाम सवाल खड़े कर रहे हैं। परिवार कुछ भी निगेटिव सुनने को तैयार नहीं है और उनको उम्मीद है कि कोई चमत्कार उनकी जिंदगी में खुशियों को वापस ला देगा।