Friday, April 19, 2024
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मछेरान ही नहीं शहर में खूब बिक रही चरस, पुलिस खामोश

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  • दो चौकी प्रभारियों समेत स्टाफ के लाइन हाजिर के बाद भी लगाम नहीं

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: रेलवे रोड और सदर थानांतर्गत मछेरान में खुलकर बिकने वाली चरस की गाज भले ही दो चौकी प्रभारियों और स्टाफ को एसएसपी ने लाइन हाजिर कर दिया हो लेकिन ये तो एक बानगी भर है। पूरे शहर के कई मोहल्लों में चरस और स्मैक का कारोबार खुलकर चल रहा है। अगर कोई वीडियो वायरल हो जाए तो उस पर कार्रवाई हो जाती है नहीं तो अवैध धंधा पुलिस की सरपरस्ती में चलता रहता है।

मछेरान में चरस, गांजा और स्मैक का कारोबार कई दशकों से चल रहा है और दोनों ही थानों में इसके एवज में मोटी रकम दी जाती है। अकेले मछेरान ही नशीले पदार्थों के लिये बदनाम नहीं है बल्कि टीपी नगर थाना क्षेत्र के मलियाना चौकी के तहत आने वाले इलाके पहले से ही अवैध शराब के लिये बदनाम है अब इन इलाकों में चरस और स्मैक भी बिक रही है। बागपत रोड पर शनि मंदिर के पास, मलियाना फ्लाईओवर के नीचे, नई बस्ती में कई जगहों पर स्मैक और चरस बिक रही है।

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इसके अलावा ब्रहमपुरी, लिसाड़ीगेट, सिविल लाइन और लालकुर्ती में कई जगहों पर चरस और गांजा खुलकर बिक रहा है। ऐसा नहीं है कि पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन पुलिस की खामोशी इस काले धंधे को खुलकर हवा दे रही है। सदर बाजार की भूसा मंडी और रेलवे रोड की केसरगंज चौकी का एरिया में आपस में मिलता है। दोनों चौकियों के एरिया में मछेरान के अंदर चरस और गांजा का धंधा बड़े पैमाने पर हो रहा था। एसएसपी प्रभाकर चौधरी को लगातार इसकी शिकायत मिल रही थी।

उसके बाद केसरगंज चौकी प्रभारी रमन देशवाल और भूसा मंडी चौकी प्रभारी सुनील कुमार को चेतावनी दी गई थी। सिपाही मनोज कुमार और धर्मेंद्र सिंह तथा भूसा मंडी चौकी प्रभारी सुनील कुमार, हेड कांस्टेबल रविंद्र कुमार और सिपाही राजीव मलिक की बड़ी लापरवाही सामने आई है। साथ ही कुछ पुलिसकर्मियों की चरस और गांजा बिक्री में संलिप्तता भी सामने आई है। इन सभी को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इसी बीच रेशमा उर्फ काली का चरस बेचते हुए फोटो वायरल कर दिया गया।

एसएसपी ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए एएसपी कैंट चंद्रकांत मीणा को मामले की जांच दे दी गई। भूसा मंडी मछेरान की रहने वाली रेशमा उर्फ काली अपने बेटे अराफत के साथ चरस और गांजा बेचने का काम करती है। काली का चरस बेचते हुए फोटो वायरल होने के बाद रेलवे रोड और सदर बाजार पुलिस ने आनन फानन में कार्रवाई की। पहले बेटे अराफत को जेल भेज दिया। उसके बाद काली उर्फ रेशमा को गिरफतार कर जेल भेज दिया। फिलहाल दोनों जेल में बंद है।

जवाहर नगर सबसे बड़ा ड्रग सेंटर

मेरठ: नशीले पदार्थों के लिये बदनाम मछेरान के अलावा रोहटा रोड स्थित जवाहर नगर भी पुलिस के रहमोकरम पर चल रहा है। इस मोहल्ले में बच्चोें से लेकर महिलायें तक चरस, गांजा और स्मैक के काले कारोबार में खुलकर शामिल है। पुलिस की दर्जनों बार कार्रवाई के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। स्कूल और कालेज के बिगड़े हुए छात्रों को दलालों के जरिये पुड़िया पकड़ाई जा रही है।

कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में आने वाले जवाहर नगर के मद्रासी लोग दर्जनों बार जेल जा चुके हैं और गैंगस्टर तक की कार्रवाई होने के बाद नशीले पदार्थों की खरीद फरोख्त बंद नहीं हो पा रही है। जब भी एसएसपी स्तर पर कार्रवाई के आदेश होते हैं। पुलिस विभाग के जयचंद इनको पहले ही सूचना देकर अलर्ट कर देते हैं। कई बार पुलिसकर्मियों पर इस कारोबार से जुड़े लोग हमला तक कर चुके हैं।

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