Monday, July 1, 2024
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कैंट में बकाया वसूली को लेकर परेशान अधिकारी

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  • स्कूलों और हाउस टैक्स का करोड़ों बकाया
  • पांच करोड़ की ग्रांट आई, लगा दिये सड़कों में, सेलरी को लेकर परेशान कर्मचारी

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: एक ओर होली की खुमारी छाई है तो दूसरी ओर कैंट बोर्ड करोड़ों के बकाया को लेकर परेशान है। कैंट बोर्ड का क्षेत्र के स्कूलों और अन्य लोगों पर हाउस टैक्स के रूप में करोड़ों रुपये का बकाया है। यह राशि पिछले कई सालों से बकाया चली आ रही है, लेकिन लोग जमा करने को तैयार नहीं हैं जिस कारण बोर्ड के अधिकारी परेशान है। उधर, कैंट बोर्ड को कुछ ग्रांट मिली है तो उसका इस्तेमाल सड़कों के निर्माण में किया जा रहा है।

कैंट बोर्ड का क्षेत्र के लोगों पर टैक्स के रूप में काफी बकाया है जिस कारण कैंट बोर्ड क्षेत्र में विकास नहीं करा पा रहा है। यहां बता दें कि बोर्ड का क्षेत्र के कई स्कूलों पर और क्षेत्र की जनता पर टैक्स के रूप में करीब 25 करोड़ रुपये बकाया है। कई मामलों में कैंट बोर्ड इनमें कोर्ट में केस लड़ रहा है, लेकिन इसके बावजूद अभी तक इस बकाया राशि की वसूली नहीं हो पाई है जिसके चलते क्षेत्र में कार्य अटके पड़े हैं।

अभी हाल ही में बोर्ड अध्यक्ष की ओर से मुख्यालय से पांच करोड़ की ग्रांट पास कराई गई जिसमें बोर्ड की ओर से कुछ सड़कों का निर्माण कार्य कराया गया और कुछ सेलरी आदि में इस्तेमाल कराया गया। अब कैंट बोर्ड इस बकाया को एकत्र करने का प्रयास कर रहा है जिससे जल्द से जल्द क्षेत्र में कार्य हों और कर्मचारियों की सेलरी का संकट भी दूर हो।

विधायक निधि से अभी तक नहीं मिला कुछ

कैंट बोर्ड से संबंधित कैंट विधानसभा की बात करें तो यहां अभी तक विधायक निधि से एक भी रुपया कैंट बोर्ड को नहीं दिया गया है जिससे बोर्ड यहां खर्च कर सके। यह मामला अभी हाल ही की बोर्ड बैठक में उठा था। जिसमें कैंट बोर्ड के मनोनीत सदस्य ने क्षेत्र में विधायक से कार्य कराने की बात कही।

उसके बाद यहां अधिकारियों ने बताया कि अभी तक पिछले दो चुनावों के बाद से एक भी बार विधायक की ओर से विधायक निधि में से कुछ भी खर्च यहां नहीं कराया गया। अगर क्षेत्रीय विधायक यहां कार्य कराना चाहते तो क्षेत्र की सड़कों की हालत में काफी हद तक सुधार हो सकता था।

बड़े बकायेदारों पर शाहजहांपुर में नोटिस की तैयारी

शाहजहांपुर इसी योजना में कस्बा घोषित किया गया था और यह नगर पंचायत की पहली योजना चल रही है। इस योजना में ही लोगों पर लाखों रुपये का भवन कर मौजूद है। जिसकी अदायगी नहीं हो रही है। जिसको लेकर नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी का कहना है कि बड़े बकायेदारों के खिलाफ नोटिस की तैयारी की जा रही है और अगर इस पर बकाया जमा नहीं होता है तो आरसी जारी की जाएगी।

कस्बा शाहजहांपुर के अधिशासी अधिकारी जयप्रकाश ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि कस्बे में बड़े बकायेदारों में कुछ आरा मशीन वाले, मंडप, कुछ बड़े दुकानदार आदि सैकड़ों लोग ऐसे हैं। जिनका कई वर्षों के लाखों रुपया टैक्स के मौजूद है। मगर वह भवन कर, दुकानों का कर वह साथ में नगर पंचायत से दिए जाने वाले पानी का कर अदा नहीं कर रहे हैं। अनेकों बार उनको सार्वजनिक ऐलान व नगर पंचायत कर्मचारी भेजकर अवगत भी कराया जा चुका है।

उसके बावजूद वह नगर पंचायत का टैक्स जमा नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे बकायेदारों के खिलाफ नोटिस तैयार कराए जा रहे हैं और अगर नोटिस पर टैक्स की अदायगी नहीं होती है तो उन पर आरसी की कार्रवाई की जाएगी। इसको लेकर अधिशासी अधिकारी जयप्रकाश ने टैक्स वसूल करने वाले कर्मचारियों के साथ बैठक कर उनको शीघ्र बड़े बकायेदारों के नोटिस भिजवाने के आदेश दिए हैं और उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष का टैक्स लोगों पर 22 लाख रुपये के करीब मौजूद है, जो जमा नहीं किए गए हैं।

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