- तिरुपति बालाजी गए थे मन्नत मांगने, बैंगलुरु में रात में हुआ दर्दनाक हादसा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: टीपीनगर के कमला नगर निवासी दूध प्लांट कारोबारी आशीष गोयल व उनकी पत्नी ज्योति की तिरुपति बाला जी में एक सड़क हादसे में मौत हो गयी। हादसे में उनका सात साल का बेटा घायल हुआ है। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। बुधवार तड़के करीब तीन बजे हादसे की खबर मेरठ पहुंची। उसके बाद परिवार के सदस्य तिरुपति के लिए रवाना हो गए। हादसे की खबर आने के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
दूध प्लांट कारोबारी आशीष गोयल पुत्र श्रीकृष्ण अवतार गोयल निवासी कमलानगर मकान नंबर 492/2 मंगलवार सुबह आठ बजे घर से निकले थे। नई दिल्ली एयरपोर्ट से उनकी सुबह 10 बजे की फ्लाइट थी। उन्हें पहले बैंगलुरु जाना था। दोपहर को वह बैंगलुरु में अपने दोस्त के यहां पहुंच गए। वहां कुछ समय रुके, परिजनों ने बताया कि ज्योति की दोस्त बैंगलुरु में नौकरी करती है और वहीं उसकी शादी हुई है। उसकी ही गाड़ी लेकर ये लोग तिरुपति के लिए रवाना हो गए। दरअसल, उनका प्लान मंगलवार शाम तक तिरुपति पहुंचने का था,
लेकिन तिरुपति से करीब 20 किलोमीटर पहले ही कयाला पुलिस स्टेशन क्षेत्र में पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी। हादसा इतना जबरदस्त था कि कार पूरी तरह से डेमेज हो गयी। उसमें सवार आशीष व ज्योति की कार के भीतर ही कुचले जाने से मौत हो गयी। ट्रक की टक्कर से कार की अगली सीट की साइड का दरवाजा खुल गया। ज्योति की गोद में बैठा उनका बेटा शिवेन रोड छिटक कर रोड पर जा गिरा। उसकी को भी काफी गहरी चोटें आयी हैं। जहां हादसा हुआ वहां से गुजर रहे लोगों ने सूचना दी तो तुरंत पुलिस मौके पर पहुंच गयी।
पुलिस ने कार में फंसे आशीष व ज्योति के शव निकाले और पोस्टमार्टम को भेज दिए। तिरुपति पुलिस ने ज्योति के पास जो मोबाइल था उसमें से किसी प्रकार उनके भाई यानि आशीष के साले गौरव निवासी सरस्वती लोक का नंबर निकाला। दुखद हादसे की सबसे पहले सूचना भी गौरव को ही तिरुरपति पुलिस ने दी। गौरव ने बताया कि तिरुपति से काल करने वाले अधिकारी ने उससे कुछ जानकारी ली। उसने यह भी पूछा कि क्या उनके कोई रिश्तेदार दर्शन के लिए तिरुपति आए हुए हैं।
जब गौरव ने बताया कि उसकी बहन व बहनोई गए हुए हैं, तब वहां से पुलिस वालों ने हादसे के फोटो वाट्सअप पर भेजे। इसके बाद पुष्टि हो गयी कि आशीष और ज्योति नहीं रहे। गौरव ने आशीष के भाई राहुल व वैभव को काल कर घटना की जानकारी। बुधवार की सुबह यहां से गौरव व वैभव तिरुपति के लिए रवान हो गए। परिजनों ने बताया कि वो देर शाम तक वहां पहुंच जाएंगे। तब कहीं जाकर लिखा पढ़ी होगी। मृतक के चचेरे भाई आकाश गोयल ने बताया कि कल देर रात या फिर परसों तक ही शव मेरठ पहुंच पाएंगे।
नहीं कर रही बैंगलुरु पुलिस सहयोग
परिजनों ने बताया कि बैंगलुरु पुलिस यहां से गए लोगों का बिलकुल भी सहयोग नहीं कर रही है। उन्होंने बताया कि ज्योति का भाई गौरव पहले ही बैंगलुरु पहुंच चुका है। जबकि बाकी लोग रास्ते में है। वह वहां पहुंचकर अधिकारियों से मिला तो उनका व्यवहार ठीक नहीं था। वहां के अधिकारियों का कहना था कि सीएम का शपथ ग्रहण है। सभी लोग उसी में लगे हुए हैं। उससे निपट कर ही अन्य काम देखे जाएंगे।
घर में मचा कोहराम
स्क्रैप कारोबारी श्रीकृष्ण अवतार गोयल के बेटे की खबर मिलने के बाद तमाम रिश्तेदार वहां पहुंचने शुरू हो गए। वहीं परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता का कहना है उन्हें पता होता कि मौत उनके बेटे का इंतजार कर रही है तो कभी भी उसे जाने ना देते। परिवार में श्रीकृष्ण अवतार, उनकी पत्नी आशा गोयल, भाई राहुल गोयल व वैभव गोयल हैं। तीनों भाई शादीशुदा हैं।