- @ रोडवेज बसों की रात्रिकालीन सेवाएं रहेंगी बंद
- @ एआरएम की निगरानी में होगा संचालन
- @ कोहरे के कारण हादसा हुआ तो एआरएम होंगे जिम्मेदार
- @ रोडवेज बस अड्डों पर रैन बसेरा और अलाव का रहेगा इंतजाम
- @ रेलवे की तर्ज पर कंट्रोल रूम लेता रहेगा स्टेशनों से मौसम की खबर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: घने कोहरे के बीच एक ओर बहुत सी ट्रेन रद कर दी गई हैं, वहीं परिवहन निगम ने कोहरे के कारण होने वाले हादसों से सड़कों को मुक्त करने के लिए रेलवे की तर्ज पर कई कदम उठाने का निर्णय लिया है। इनमें कंट्रोल रूम स्थापित करके हर स्टेशन से 1-1 घंटे के अंतराल से मौसम की जानकारी ली जाएगी। रात्रिकालीन बस सेवा को बंद रखा जाएगा। कोहरे की स्थिति स्पष्ट होने के आधार पर एआरएम की निगरानी में बसों का संचालन किया जाएगा। अगर कोहरे के कारण कोई हादसा होता है, तो इसके लिए एआरएम को जिम्मेदार माना जाएगा।
मंगलवार को उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये समस्त प्रबंधकों, क्षेत्रीय प्रबंधकों की बैठक ली। जिसमें निर्देश दिए गए कि यात्रियों के अमूल्य जीवन को सुरक्षित रखने के लिए कोहरे की दशा में बसों का संचालन रोक दिया जाए। आरएम केके शर्मा ने बैठक में जारी गाइड लाइन के हवाले से बताया कि क्षेत्रीय कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित करके रात में एआरएम समेत वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में बसों का संचालन किया जाएगा।
कंट्रोल रूम में मौजूद अधिकारी हर बस स्टेशन से एक-एक घंटे के अंतराल से मौसम की जानकारी लेते रहेंगे। यात्रियों को स्पष्ट बता दिया जाएगा कि घना कोहरा होने की स्थिति में बस को सुरक्षित स्थान पर रोक दिया जाएगा। जहां से मौसम साफ होने के आधार पर ही बस को आगे ले जाया जाएगा। प्रबंध निदेशक के निर्देश हैं कि कोहरे के बीच दुर्घटना की आशंका को नगण्य किया जाए। आरएम केके शर्मा ने बताया कि कोहरे के बसों का संचालन थम जाने के दौरान बस स्टेशनों पर रैन बसेरा और अलाव की व्यवस्था की जाएगी।
मेरठ महानगर में नगर आयुक्त डॉ. अमित पाल शर्मा से सोहराब गेट और भैंसाली बस स्टेशन पर रैन बसेरा और अलाव के लिए अनुरोध किया गया है। जिन्होंने बुधवार से दोनों बसेरे का प्रबंध करने के लिए नगर आयुक्त से बात की गई है जिन्होंने दोनों स्थानों पर व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है। इस बीच आरएम केके शर्मा की ओर से सभी एआरएम के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। जिसमें कहा गया कि वे देर रात तक बस स्टेशन पर मौजूद रहेंगे।
रात्रिकालीन बसों के डबल शिफ्ट ड्यूटी लगाई जाएगी। रात्रिकालीन बसें केवल एआरएम की अनुमति से चलेंगी। अल्कोहल टेस्ट, रिफ्लेक्टर टैप समेत तमाम मानक के पूरा होने के बाद ही संचालन की आज्ञा दी जाएगी। आसपास के स्टेशनों से मौसम की जानकारी लेते हुए कंट्रोल रूम को बराबर रिपोर्ट की जाएगी। यात्रियों के ठहरने और अलाव की व्यवस्था कराई जाएगी। फिलहाल एक चार्ट बनाकर 15 जनवरी तक की ड्यूटी का शैड्यूल बनाया जाएगा। ड्रम में अलाव जलाने की व्यवस्था की जाएगी।