Thursday, May 29, 2025
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जनसहयोग की खूशबू से महकता है फूलबाग कालोनी वार्ड

वार्ड-60: पार्षद का रिपोर्ट कार्ड

  • बजरंग सेवा समिति के जरिये एक दशक से वार्ड-60 को सजाने-संवारने की मुहिम चला रहे हैं पार्षद राजीव सिंह
  • छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान के लिए नगर निगम का मुंह ताकने के बजाय आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दे रहे हैं वार्डवासी

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: नगर निगम बोर्ड के अंतर्गत एक वार्ड ऐसा भी है, जहां के पार्षद एक दशक से बजरंग दल सेवा समिति बनाकर छोटी-छोटी समस्याओं के लिए अधिकारियों के रहमो-करम का इंतजार नहीं करते, बल्कि जनसहयोग से इनका समाधान निकालकर अपने वार्ड को आदर्श रूप देने में जुटे हुए हैं।

दैनिक जनवाणी की ओर से ‘पार्षद का रिपोर्ट कार्ड’ के अंतर्गत इन दिनों वार्ड-वार्ड जाकर वहां के विकास और समस्याओं को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। नगर निगम के अंतर्गत आने वाले वार्ड-60 पर जब जनवाणी संवाददाता नजर डालने और लोगों का रुख जानने के लिए पहुंचा तो कुछ ऐसी बातें सामने आर्इं, जिन्हें आदर्श कहा जाना अतिश्योक्ति नहीं होगी। ऐसा नहीं कि यह वार्ड समस्याओं से खाली हो चुका है।

विकास एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है और इसका कोई अंत कभी नहीं होता, लेकिन इस वार्ड का प्रतिनिधित्व करने वाले पार्षद ठाकुर नीरज सिंह की कार्यप्रणाली और वार्डवासियों के साथ मिलकर काम करने की रणनीति दूसरे के लिए प्रेरणा का आधार जरूर कही जा सकती है।

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इस वार्ड की बदलती तस्वीर की पृष्ठभूमि के लिए एक दशक पीछे लौटना होगा, जब एक युवक ठाकुर नीरज सिंह ने जनसेवा का बीड़ा उठाया और बजरंग सेवा समिति का गठन करते हुए वार्ड के हर गली-मोहल्ले से सैकड़ों सदस्यों को इस जनसेवा के कार्य से जोड़ने में सफलता हासिल की। इसके बाद उन्होंने वार्ड की गली-मोहल्लों में फॉगिंग और स्प्रे कराने के लिए चंदे के पैसों से मशीनें खरीदीं।

समिति सदस्यों के साथ स्वयं राजीव सिंह मशीन लेकर इस कार्य को कराने में जुट गए। बजरंग सेवा समिति की ओर से यह कार्य प्रतिवर्ष मुख्य रूप से 15 अगस्त से लेकर दीपावली के मध्य तक कराया जाता रहा है। इसके अलावा नगर निगम के स्तर से होने वाले विभिन्न कार्यों में उनकी टीम बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने लगी।

इस बीच वर्ष 2017 में निगम के चुनाव आए तो उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोकी। उनके सेवा कार्यों का प्रतिफल इस वैश्य बाहुल्य वार्ड के लोगों ने यह दिया कि भाजपा के अधीकृत प्रत्याशी को चार अंकों से अधिक वोटों के अंतर से पराजित करने में सफलता हासिल की।

वार्ड निवासी लोकेश कुमार, नीरज भारद्वाज, राजकुमार प्रजापति, मुकेश पुंडीर आदि ने बेहिचक कहा कि नगर निगम के वार्ड-60 से पार्षद बनने के बाद राजीव सिंह की कार्यशैली में शिथिलिता आने के बजाय और जोश आ गया। लोगों का कहना है कि पार्षद ने चुनाव जीतने के साथ ही इस वार्ड में अलग-अलग मोर्चे बनाने का काम किया। और किसी मुख्य राजनीतिक दल की तरह हर गली मोहल्लों से कुछ साथियों को जोड़ा गया।

जिनके परामर्श और सहयोग के आधार पर नीरज सिंह आज तक रोजमर्रा की आम समस्याएं जैसे जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल-कॉलेज में दिए जाने वाले प्रमाण पत्र, राशन कार्ड आदि के लिए केवल पार्षद के कार्यालय में एक एप्लीकेशन लेने की मुहिम शुरू की और वार्डवासियों के कार्य संबंधित कार्यालय से कराकर उस व्यक्ति के घर तक पहुंचाने का काम आज तक अंजाम दिया जाता रहा है। इस समिति में वर्षों से वर्ष में दो बार रक्तदान शिविर का आयोजन कराया जाता है।

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पूरे वार्ड में संगठन के माध्यम से पौधरोपण और ट्री गार्ड लगवाने के साथ-साथ खंभों का सौंदर्यीकरण और खंभों पर खूबसूरत लाइट लगाने का काम भी यह अपने स्तर से कराते रहे हैं। वार्ड के पूर्व दिशा में स्थित कूड़ा डालने के लिए बनाए गए खत्ते को समाप्त करके उस जगह को आज सेल्फी प्वाइंट के रूप में विकसित किया गया है। जहां बहुत ही खूबसूरत पेड़ पौधे लगा दिए गए हैं।

अगर इनकी देखभाल सही तरीके से की गई तो आने वाले समय में यह स्थान दर्शनीय बन सकता है। इसी वार्ड के निवासी नामित पार्षद ओम कुमार त्यागी का कहना है कि ठाकुर राजीव सिंह और उनकी टीम के प्रयास से वार्ड अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में है। नामित पार्षद होने के नाते उन्होंने पूर्ण सहयोग दिया है। वार्ड के साथ-साथ समूचे नगर निगम क्षेत्र में उनके सहयोग और सेवा की जहां जरूरत होती है, वे उपलब्ध रहते हैं।

पार्षद का कथन

वार्ड-60 से चयनित पार्षद ठाकुर नीरज सिंह का कहना है कि एक पार्षद के रूप में उनका व्यक्तिगत अनुभव अलग रहा है। उन्होंने आज तक नेता बनने के बजाय समूचे वार्डवासियों के साथ अपने परिजनों जैसा व्यवहार रखा है। नीरज सिंह के अनुसार पार्षद पद एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहां लोग अपने आपको साबित कर सकते हैं, और दूसरों के लिए एक उदाहरण बन सकते हैं।

पूरा शहर आगर पार्षद के कार्यों से अधिक उसकी कार्यशैली की सराहना करे, तभी लोग एक सफल पार्षद कहने के अधिकारी बनते हैं। वार्ड के लिए कराए जाने वाले विकास कार्यों के बारे में उनका कहना है कि आमतौर पर नगर निगम प्रशासन की ओर से उनके सामान्य कार्यों में कोई रुकावट नहीं आई है। अलबत्ता आबूनाले की सड़क निर्माण के लिए उन्हें दिन तक अनशन करना पड़ा।

पांचवें दिन अधिकारियों ने आकर उनकी मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया और इस रोड का निर्माण हो पाया। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की शिकायतें बहुत ज्यादा बढ़ने लगीं, तो पार्षद ने इस बारे में अधिकारियों से बात की, लेकिन वहां से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। आखिरकार अपने साथियों के साथ जाकर उन्होंने सूरजकुंड रोड स्थित वाहन डिपो पर ही ताला लगा दिया।

हालांकि इसका खामियाजा भी उनको भुगतना पड़ा और नगर निगम में उनके विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा पंजीकृत करा दिया। लेकिन पार्षद का कहना है कि जनता की भलाई के लिए ऐसे मुकदमों से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है।

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