जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज बुधवार को पीएम मोदी नई दिल्ली के विज्ञान भवन में भारत में अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ के नए क्षेत्रीय कार्यालय और नवाचार केंद्र का उद्घाटन किया। वहीँ, पीएम मोदी कार्यक्रम के दौरान भारत 6-जी विजन डॉक्यूमेंट (दृष्टिपत्र) का अनावरण और 6-जी अनुसंधान और विकास केंद्र का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि टेलीकॉम तकनीक सिर्फ ताकत दिखाने का तरीका नहीं है बल्कि यह लोगों को सशक्त बनाने का मिशन है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भारत जी20 बैठक की अध्यक्षता कर रहा है और क्षेत्रीय दूरियों को कम करना हमारी प्राथमिकता है। तकनीकी दूरियों को कम करने में वैश्विक दक्षिण की अहम भूमिका है। आईटीयू का एरिया ऑफिस और इनोवेशन सेंटर इसमें काफी अहम साबित होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में हर महीने 800 करोड़ रुपए के यूपीआई आधारित भुगतान होते हैं। हर दिन 7 करोड़ ई-अथॉन्टिकेशन होते हैं। 28 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के जरिए नागरिकों के बैंक खातों में भेजे गए हैं। 5जी के शुरू होने के 6 महीने में ही हम 6जी टेक्नोलॉजी के बारे में भी बात कर रहे हैं। यह भारत के विश्वास को दर्शाता है।
इस अवसर पर केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कुछ साल पहले, एक टेलीकॉम टावर के लिए परमिट में 220 दिन लगते थे लेकिन अब इसमें सिर्फ 7 दिन लगते हैं। भारत का 5जी रोल आउट दुनिया में तेज है। 1,15,000 साइटें 5जी सिग्नल दे रही हैं।
वहीँ, इंटरनेशनल टेलीकम्यूनिकेशन यूनियन की महासचिव डोरीन बोगडान ने कहा कि भारत उन देशों के लिए रोल मॉडल है, जो डिजिटल बदलाव चाहते हैं। भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम आज सबसे बड़ा है, साथ ही डिजिटल पेमेंट मार्केट और तकनीकी कामगारों के मामले में भी भारत दुनिया में अग्रणी देश है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में डिजिटल इंडिया ने देश को तकनीकी अविष्कारों के मामले में सबसे आगे लाकर खड़ा कर दिया है।