Friday, May 9, 2025
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Pradosh Vrat 2024: कल मनाया जाएगा भौम प्रदोष व्रत, पढ़ें इस तिथि के नियम और पूजन विधि

नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। हर माह में प्रदोष व्रत पड़ता है। वहीं, अब ज्येष्ठ माह की शुरूआत हो चुकी है। कहा जाता है कि, इस महीने में गर्मी ज्यादा कष्टकारी होती है, क्योंकि सूर्य अपने सबसे ताकतवर रूप में होते हैं। इस कारण धरती पर भीषण गर्मी का प्रकोप रहता है। ऐसे में इस महीने में व्रत रखना और भी कठिन है। लेकिन माना जाता है कि इस दौरान उपवास रखने से जीवन की सभी परेशानियों का निवारण होता है। ऐसे में प्रदोष व्रत रखने से आपको शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है।

वहीं, इस बार यानि ज्येष्ठ माह में प्रदोष व्रत कल यानि 4 जून 2024 मंगलवार को रखा जाएगा। मंगलवार के दिन पड़ने से इस व्रत को भौम प्रदोष कहा जाता है। इसलिए इस भोले शंकर के साथ-साथ हनुमान जी की भी पूजा अर्चना करनी चाहिए। इस व्रत को करने से आपके सभी संकटों का निवारण होता है। यही नहीं जातक की कुंडली से भी मांगलिक दोष दूर होता है। तो ऐसे में आइए पूजा विधि से लेकर मुहूर्त के बारे में…

शुभ मुहूर्त

ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 4 जून को प्रात: 12 बजकर 18 मिनट पर होगी। इस तिथि का समापन 4 जून की रात 10 बजकर 1 मिनट पर होगा। ऐसे में पहला प्रदोष व्रत 4 जून को रखा जाएगा। इस दौरान पूजा के लिए 2 घंटे 1 मिनट तक का समय प्राप्त होगा। पूजा मुहूर्त – रात 07.16 – रात 09.18, अवधि – 2 घंटे 01 मिनट.

पूजन-विधि

  • प्रदोष व्रत वाले दिन आप जल्दी उठें और स्नान करें और साफ वस्त्र धारण कर लें।
  • फिर शिव जी के समक्ष दीपक जलाएं और व्रत का संकल्प लें।
  • इस दिन शिव जी की पूजा पूरी विधि के साथ पूर्ण करें।
  • शाम के समय पूजा के दौरान दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल मिलाकर पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें।
  • भगवान शिव को भांग, धतूरा, बेलपत्र फूल और नैवेद्य शिवलिंग पर अर्पित करें।
  • फिर व्रत की कथा पढ़ें या सुनें।
  • अंत में शिव जी की आरती करके पूजा समाप्त करें।
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