- गन्ना भुगतान और किसान आंदोलन को फोकस में रखा 25 मिनट के भाषण में
मुसाहिद हुसैन |
मेरठ/मोदीपुरम: प्रदेश में अपनी खोई जमीन को वापस लाने के लिए कांग्रेस महासचिव द्वारा एक के बाद एक रैली करने और उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रत्येक आंदोलन में शामिल होने वाली प्रियंका गांधी रविवार को कैली गांव में किसान महापंचायत में शामिल हुई। इस महापंचायत में प्रियंका ने अपने 25 मिनट के सधे हुए भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ही निशाना साधा। प्रियंका यही नही रुकी उन्होंने वेस्ट यूपी की नब्ज पर भी हाथ रखा।
गन्ने के भुगतान, देश में बढ़ती महंगाई और किसान आंदोलन पर भी पूरा अपना फोकस रखा। बार-बार किसानों को सिर्फ एक ही याद दिलाई कि प्रधानमंत्री किसानों का आदर नही बल्कि अनादर कर रहे हैं। उन्हे किसानों से बात करने तक का समय नहीं है। जिस किसान ने उन्हे प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बिठाया। आज उसी किसान को अपने हक के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है।
प्रियंका के बेबाक अंदाज में दिए गए इस भाषण को महापंचायत में शामिल हुए किसानों ने भी खूब सराहा और तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनके हर अंदाज का समर्थन किया। महापंचायत में प्रियंका के 11 बजे शामिल होने की जिला कांग्रेस ने ऐलान किया था, लेकिन दिल्ली से मेरठ तक जगह-जगह कार्यकर्ताओं द्वारा प्रियंका का स्वागत करने के चलते वह निर्धारित समय से दो घंटा लेट हो गई।
हालांकि किसान पंचायत में भी धीरे-धीरे किसानों की भीड़ बढ़ी। जब तक प्रियंका पंचायत में पहुंची, तब तक पंचायत स्थल पूरी तरह भर चुका था। ट्रैक्टर पर सवार होकर किसानों के अंदाज में ही प्रियंका मंच पर पहुंची और हाथ जोड़कर किसानों का मंच पर अभिवादन भी किया।
इसके बाद प्रियंका ने पूरी सहजता के साथ अपने भाषण में प्रधानमंत्री पर फोकस रखा और वेस्ट यूपी के किसानों के गन्ने के भुगतान, देश में पेट्रोल और डीजल एवं गैस में बढ़ रही महंगाई और किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों की बातों को किसानों के बीच रखा।
अपने पूरे भाषण में प्रियंका ने सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी को ही टारगेट किया। भाजपा का उन्होंने नाम तक नही लिया। साथ ही साथ किसानों को आगाह भी किया अगर देश की मोदी सरकार को नही हटाया गया तो यह सरकार किसानों के साथ-साथ इस देश को भी बर्बाद कर देगी। हालांकि प्रियंका के इस अंदाज और खुलकर बोलने वाले इस अंदाज को पंचायत में भी तालियों की गड़गड़ाहट के साथ खूब सराहा गया।
समय बढ़ता गया और भीड़ बढ़ती गई
कांग्रेस की किसान पंचायत में दोपहर दो बजे तक पंडाल में कुर्सी खाली पड़ी रही, लेकिन जैसे-जैसे प्रियंका के आने का समय नजदीक आता गया। वैसे-वैसे भीड़ भी बढ़ गई और पंड़ाल में रखी सभी कुर्सिया भर गई। इसके बाद भीड़ इस कदर बढ़ी कि रैली स्थल चारों और से भर गया। भीड़ को देखकर खुद प्रियंका भी गदगद हो गई।
महंगाई के विरोध में पोस्टर लेकर पहुंचे कांग्रेसी
पंचायत में कांग्रेस के कार्यकर्ता जहां कांग्रेस का झंडा एवं बाबा साहेब भीमराव आम्बेडर की तस्वीर अपने साथ लेकर आए। वहीं, महंगाई को लेकर भी विभिन्न पोस्टर हाथों में लेकर आए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांगे्रस की इस पंचायत में महिलाओं की भी अच्छी खासी तादाद देखने को मिली। महिलाओं ने भी सरकार की महंगाई का पोस्टर के द्वारा विरोध जताया।
इमरान ने शायरी से बांधा समा
मशहूर शायर इमरान प्रताप गढ़ी जब पंचायत के मंच पर पहुंचे तो पंचायत में मौजूद भीड़ ने उन्हे देखकर शोर मचा दिया। इमरान ने भी हाथ हिलाकर उनका अभिभावदन किया और अपने चिर-परिचित अंदाज में शायरी को बया किया। इमरान की शायरी में भाजपा की सरकार और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना रहा। इमरान ने 10 मिनट तक पंचायत में समा बांधे रखा और पंचायत स्थल पर भीड़ को एकजुट रखा।
बच्चे बने पंचायत में आकर्षण का केंद्र
कांग्रेस की रैली में जहां कार्यकर्ता बसों में सवार होकर पहुुंचे। वही किसान भी ट्रैक्टर पर बैठकर पहुंचे। बच्चे भी इस रैली में आकर्षण का केंद्र रहे। बच्चों ने कांग्रेस की टॉपी पहन रखी थी और महंगाई के विरोध में पोस्टर हाथ में ले रखे थे। पंचायत में सभी का फोकस उन्ही पर रहा।
इमरान ने साधा अखिलेश और मायावती पर निशाना
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक इमरान मसूद ने मंच से उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक बहन का कब किससे गठजोड़ हो जाए। इसका कोई पता नही। भाजपा से कब हाथ मिला ले। इसका भी कोई पता नही।
उन्होंने मुस्लिमों पर फोकस करते हुए कहा कि सपा के कदावर नेता आजम खां को भाजपा सरकार ने जेल में डाल दिया। लेकिन अखिलेश यादव ने कोई लड़ाई नही लड़ी। कांग्रेस के नेता इमरान प्रतापगढ़ी आजम खां के घर चले गए तो भैय्या को उनकी याद आ गई और वह उनके घर चले गए। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों का हित कांग्रेस में ही है। इसलिए कांग्रेस को एकजुट होकर समर्थन करो।
सभी एकजुट होकर भाजपा को सरकार से हटाए
कांग्रेस के पूर्व सांसद राशिद अल्वी ने भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सिर्फ हिंदू-मुस्लिम को आपस में लड़ाया है। इसलिए भाजपा की सरकार सत्ता में आई है। हमे सभी को एकजुट होकर लड़ना होगा और भाजपा की सरकार को सत्ता से हटाना होगा।
ये हुए शामिल
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय सिर्फ उर्फ लल्लू, पूर्व विधायक इमरान प्रतापगढ़ी, पूर्व सांसद राशिद अलवी, प्रदीप माथुर, अराधना मिश्रा, पंकज मलिक, हरेंद्र अग्रवाल, यूसुफ कुरैशी, जाहिद अंसारी, जिलाध्यक्ष अवनीश काजला, डोली शर्मा, अय्यूब कालिया, विनोद सोनकर, मीम अफजल, प्रदीप कुमार, गजराज सिंह आदि मौजूद रहे।
मुस्लिमों की रही पंचायत में तादाद
कांग्रेस की पंचायत में मुस्लिमों की तादाद अधिक देखने को मिली। पचास फीसदी मुस्लिमों की तादाद पंचायत में रही। हालांकि इस पंचायत में कई जिलों से कांग्रेस के पदाधिकारी अपने-अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे, लेकिन 50 फीसदी कार्यकर्ता मुस्लिम भी उनके ही साथ आए।
हालांकि कांग्रेस अलकमान ने अपने नेताओं को भीड़ लाने का लक्ष्य दे रखा था। जिसमें उनकी जांच के लिए टोल प्लाजा पर कार्यकर्ता भी खड़े कर रखे थे। वह यह जांच कर रहे थे कि कौन नेता कितनी भीड़ लाया है। जबकि कांग्रेस सेवा दल के कार्यकर्ताओं को पंचायत स्थल पर मंच के आसपास और कार्यकर्ताओं को बैठाने की भी जिम्मेदारी दी गई थी। जिसे वह बखूबी निभाते हुए नजर आए।
प्रदेश अध्यक्ष ने जिलाध्यक्ष की पीठ थपथपाई
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह उर्फ लल्लू ने पंचायत के सफल आयोजन के लिए कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अवनीश काजला की पीठ थपथपाई। उन्होंने प्रियंका गांधी के समक्ष उनकी तारीफ भी की और अंत में उन्हे खुद मंच से बुलवाया भी। प्रियंका गांधी ने भी अवनीश काजला से बातचीत की। अवनीश काजला भी पंचायत को सफल बनाने में मेहनत करने में जुटे हुए थे।
आपराधिक प्रदेश बना उत्तर प्रदेश: लल्लू
कैली गांव में आयोजित हुई कांग्रेस की किसान महापंचायत में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बोलते हुए कहा कि तीन काले कानून के खिलाफ किसान पिछले 101 दिन से धरने पर बैठे हैं। 215 से अधिक किसान शहीद हो गए, लेकिन मोदी सरकार ने तीनों कृषि विधेयक बिल को समाप्त नहीं किया।
मंच से प्रियंका गांधी के समक्ष उनकी शान में कसीदे पढ़ते हुए कहा कि आज प्रियंका गांधी किसानों के बीच आई है। कांग्रेस किसानों को झुकने नहीं देगी। आज किसान की रोजी-रोटी और बेटी का सवाल है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का दावा था कि वह 14 दिन में गन्ने का भुगतान करेगी, लेकिन किसानों से किया यह वायदा भी सरकार का झूठा साबित हुआ।
लल्लू ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 2017 में किसान समृद्ध योजना चलाई थी, लेकिन चार वर्ष गुजर गए। आज तक इस योजना की एक बैठक तक नहीं हुई है। देश में आज डीजल, पेट्रोल, गैस के दामों में बढ़ोतरी हो रही है। उत्तर प्रदेश के किसानों को बजट में कुछ नहीं दिया है। किसानों के आलू का दाम सरकार द्वारा सात रुपये 25 पैसे निर्धारित किया गया है।
उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश क्राइम प्रदेश बन गया है। मेरठ के एक व्यापारी की हत्या का दो माह के बाद भी खुलासा आज तक नही हुआ। उत्तर प्रदेश में इन सभी मुद्दों पर कांग्रेस सरकार को घेरने का काम कर रही हो और आगे भी करती रहेगी। उन्होंने सभी क ांग्रेसी कार्यकर्ताओं से सड़कों पर उतरकर सरकार का विरोध करने का आह्वान किया।
शहर से बसों और कारों से रवाना हुए कांग्रेसी
शहर कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी की रैली में बसों व कारों से कांग्रेसी रवाना हुए। संगठन के शहर अध्यक्ष सलीम अंसारी की ओर से तमाम वार्ड से कार्यकर्ताओं व अन्य को भेजने के लिए बसों का इंतजाम किया गया था। पूरे महानगर में एरिया के हिसाब से बसों खड़ी करा दी गयी थीं। उन पर प्रियंका गांधी वाले बैनर लगाए गए थे।
इन बसों से कार्यकर्ता कैली के लिए रवाना किए गए। बसों को चेक करने के लिए शहर अध्यक्ष की ओर से बेगमपुल पर कुछ लोगों को खड़ा किया गया था। करीब 50 बसों से लोगों को कैली भेजने की जानकारी शहर कांग्रेस प्रवक्ता पीसीसी अखिल कौशिक ने दी। इसके अलावा भारी संख्या में निजी वाहनों से भी कार्यकर्ता प्रियंका की रैली में पहुंचे।
अवनीश काजला का कद बढ़ा, दिल्ली बुलावा
भाजपा विधायक के गढ़ में कांग्रेस की रैली को आलाकमान कम आंक कर नहीं चल रहा है। विपक्षी भले ही भीड़ को लेकर कुछ भी कहें, लेकिन रैली में पहुंचे एआईसीसी के प्रतिनिधियों के चेहरे रैली से खिले हुए हैं। रैली को लेकर जिलाध्यक्ष अवनीश काजला का कद बढ़ना माना जा रहा है।
माना जा रहा है कि इसके चलते अवनीश काजला को दिल्ली बुलाया गया है। मंगलवार को उन्हें प्रियंका के आवास पर पहुंचने को कहा गया है। जिलाध्यक्ष ने इस बात की पुष्टि की है कि उन्हें मंगलवार को प्रियंका के आवास पर पहुंचने को कहा गया है। दरअसल रैली का पूरा दारमदार जिला संगठन के कंधों पर था। भाजपा के गढ़ में कांग्रेस की रैली कराना किसी चुनौती से कम नहीं था।
ये भी पहुंचे रैली में
यूं तो रैली में पहुंचने वाले कांग्रेसियों की लंबी फेरिस्त है, लेकिन प्रमुख लोगों में पीसीसी के पूर्व सचिव चौधरी यशपाल सिंह, संजय ग्लैक्सी, प्रदीप अरोरा, शमशुद्दीन चौधरी, सुमित बैंसला, जहांगीर मंसूरी, गौरव भाटी, शबी खान, युगांश राणा, आमिर रजा, अभिमन्यू त्यागी, अमरजीत चिन्योटी, अनिल सैनी एडवोकेट, अनस सुलतान, राकेश मिश्रा, दीपक शर्मा, दिनेश आटा अग्रवाल, डा. यूसुफ कुरैशी, शहजाद यूसुफ, ओपी शर्मा एडवोकेट, गोलू, प्रवक्ता हरिकिशन वर्मा, इमरान, जगदीश शर्मा, अशाराम त्यागी, जितेन्द्र तोमर, राजीव शर्मा सीए, खेमचंद पहलवान, मतन सिंह, योगी जाटव, नईम उत्तर प्रदेश कांग्रेस सेवादल रोहित आदि शामिल रहे।