- तीन घंटे चला बवाल, पुलिस चौकी में आग लगाने का प्रयास
- सिपाही की कार तोड़ी, सीओ, इंस्पेक्टर से अभद्रता
- बजरंग दल की महिला नेता के उकसाने पर दोबारा हुआ बवाल, मुकदमा दर्ज
- हंगामा बढ़ने पर पुलिस बैकफुट पर, चौकी के बैकडोर से भागी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एनएच-58 पर पुलिस चौकी के पास जिस तरह से कांवड़ियों ने तीन घंटे तक एनएच-58 पर कब्जा जमाये रखा उसने पूरे सिस्टम को धराशायी कर दिया था। उग्र कांवड़ियों ने पुलिस चौकी के शीशे तोड़कर वहां खड़ी कार को काफी नुकसान पहुंचाया। कुछ कांवड़ियों ने पुलिस चौकी पर आग लगाने का प्रयास किया।
हंगामा बढ़ने पर पुलिस उस वक्त बैकफुट पर आ गई। जब कांवड़ियों ने तोड़फोड़ कर पुलिस अधिकारियों के साथ अभद्रता करनी शुरू कर दी। एक बार हंगामा शांत होने के बाद बजरंग दल की एक महिला नेता के उकसाने के कारण फिर कांवड़िये भड़क गए थे। कुछ लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कराए हैं।
राजस्थान के मेवात सीकरी निवासी मोंटी कक्कड़, सोनू पुनियानी, सागर पुनियानी, कपिल पुनियानी और मोहित कक्कड़ सहित 40 सदस्य रथ कांवड़ लेकर हरिद्वार से राजस्थान जा रहे थे। इनके साथ 10 अन्य सदस्य वाहन के साथ थे। इस रथ यात्रा के साथ 50 सदस्य थे। शनिवार को करीब 11 बजे यह सभी कंकरखेड़ा क्षेत्र में एनएच-58 पर कंकरखेड़ा व्यापार संघ द्वारा लगाए गए शिविर में खाना खाने के लिए रुके।
मोंटी कक्कड़ का कहना है कि एक साथी रथ कांवड़ के पास रुक गया। अन्य सभी खाना खाने के लिए शिविर में चले गए। आरोप है कि इस दौरान बाइक पर सवार होकर दो युवक रथ के पास पहुंचे और कांवड़ पर थूककर अपवित्र कर दिया। इस पर कांवड़ियों में आक्रोश भर गया। उन्होंने एक आरोपी को दबोच लिया। जबकि दूसरा बाइक पर सवार होकर भाग निकला। इसके बाद कांवड़ियों ने बवाल कर दिया।
मौके पर तैनात पुलिस कर्मियों ने आरोपी युवक को पकड़कर चौकी पर ले गए। इसके बाद कांवड़िया आरोपी को पुलिस से छुड़ाने का प्रयास करने लगे, लेकिन एक पुलिसकर्मी और आरोपी युवक को लेकर चौकी में घुस गया और अंदर से कुंडी लगा ली। इसके बाद कांवड़ियों ने जमकर बवाल शुरू कर दिया। पुलिस चौकी पर तोड़फोड़ कर दी वाहन तोड़ दिए और एनएच-58 पर कुर्सी मेज लगाकर जाम लगा दिया।
सूचना मिलने पर कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंचे और कांवड़ियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कांवड़िये इस बात से आक्रोशित हो गए कि काफी कठिन परिश्रम के बाद वह गंगा से हरिद्वार से जल लेकर यहां आए थे और विशेष समुदाय के युवक ने कांवड़ पर थूककर अपवित्र कर दिया। पुलिस कांवड़ियों को समझाने में जुटी रही और कांवड़िये बम-बम भोले के जयकारे लगाते हुए हंगामा करते रहे।
इसके बाद भाजपा एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज मौके पर पहुंचे और कांवड़ियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। उधर, कंकरखेड़ा व्यापार संघ अध्यक्ष नीरज मित्तल, पार्षद राजेश खन्ना, पंकज चौधरी, भाजपा नेता गणेश अग्रवाल, विनय चौधरी, ठाकुर ओपी सिंह, निशांत गर्ग सहित काफी भाजपाई जो हाइवे किनारे शिविर लगाए हुए थे, घटनास्थल पर पहुंच गए।
उन्होंने कांवड़ियों को समझा-बुझाकर शांत करने का प्रयास किया। कई घंटों की मशक्कत के बाद कांवड़िये कुछ शांत हुए। दरअसल, भाजपाइयों ने पूरा आश्वासन देते हुए कहा कि उनका जल मंगाया जाएगा और आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
तब जल लेने के लिए चार कांवड़ियों को लेकर पुलिसकर्मी हरिद्वार के लिए रवाना हो गए और भाजपाइयों के सहयोग से कांवड़िये शांत हो गए। बाद में हिंदू जागरण मंच के महानगर अध्यक्ष सचिन सिरोही भी साथियों संग मौके पर पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की।
फिर उग्र हो गए कांवड़िये
जिस समय पुलिसकर्मी चार कांवड़ियों को लेकर जल लेने के लिए हरिद्वार गए थे। उस दौरान मामला शांत था और कांवड़िये आराम से शिविर में बैठे थे। करीब तीन बजे एसपी सिटी की गाड़ी से चौकी में बंद आरोपी युवक को निकालकर ले जाने का प्रयास करने लगे। इस दौरान कांवड़िये फिर से उग्र हो गए और बवाल करते हुए एसपी सिटी की गाड़ी में तोड़फोड़ कर दी।
पुलिस कर्मी आरोपी युवक को निकाल कर ले जाने में तो कामयाब रहे, लेकिन चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों को जाम बचाना भारी पड़ा। उन्हें स्कूल में घुसकर पिछले गेट से भागना पड़ा। दौरान बजरंग दल की एक महिला कांवड़ियों को भड़काने लगी और पुलिस अधिकारियों पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाने लगी। महिला नेता के साथ डंडे लेकर आये युवकों ने एसपी सिटी की गाड़ी में तोड़फोड़ शुरू कर दी।
चौकी इंचार्ज का मुस्लिम होना गुजरा नागवार
घटना के बाद जब पुलिस ने आरोपी मुस्लिम युवक को दबोच लिया तो पुलिस आरोपी को थाने ले जाने के बजाय हाइवे के किनारे चौकी पर ही ले गए। तभी कांवड़ियों ने देख लिया था कि आरोपी युवक को चौकी में रखा गया है। पुलिस की यही गलती भारी पड़ गई। यदि पुलिस आरोपी युवक को तत्काल निकालकर थाने की तरफ ले जाती तो बवाल कम होने की आशंका थी, लेकिन कांवड़ियों को पता था कि आरोपी इसी चौकी में घुसा है।
जिस कारण सभी कांवड़िये आरोपी को चौकी से बाहर निकालने के लिए कह रहे थे। वहीं, दूसरी ओर चौकी इंचार्ज असलम हुसैन है। जिससे कांवड़ियों की नजरों में यही बात आ रही थी कि मुस्लिम चौकी इंचार्ज होने के कारण आरोपी का पक्ष लिया जा रहा है। जबकि पुलिस आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का आश्वासन दे रही थी, लेकिन इस बात को कांवड़िये नहीं समझ पा रहे थे।
एसएसपी और डीएम ने की वार्ता
एनएच-58 पर कांवड़ियों द्वारा जाम लगाकर घंटों बवाल होता रहा अधिकारियों से जब मामला शांत नहीं हुआ, तब एसएसपी रोहित सिंह सजवाण और डीएम दीपक मीणा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे कांवड़ियों को समझा-बुझाकर शांत किया। बाद में एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव ने कांवड़ियों से बात की और आश्वासन दिया कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
सीओ और इंस्पेक्टर के बैज नोचे
कांवड़ियों को इसी बात का आक्रोश था कि पुलिस ने मुस्लिम युवक को उनसे बचा लिया है। दरअसल, हरिद्वार से यहां तक पहुंचने में उन्हें करीब 150 किमी दूरी तय करनी पड़ेगी। सभी हंसी खुशी के साथ गंतव्य पर जा रहे थे, लेकिन कांवड़ खंडित होने पर उनका आक्रोश बढ़ गया। गुस्साएं कांवड़ियों ने कंकरखेड़ा थाना इंस्पेक्टर सुबोध सक्सेना के बैज नोच लिए और सीओ आशीष शर्मा के बैज भीड़ में उखड़ गए।
इन्होंने कहा
बजरंग दल की एक महिला नेता द्वारा कांवड़ियों को उकसाने का मामला सामने आया है। इस पर सख्त कार्रवाई होगी।
हाइवे पर हुआ विवाद निपटा लिया गया है और कांवड़ियों को गंगा जल लेने भेजा गया है।
-दीपक मीणा, डीएमहाइवे पर कांवड़ियों ने जो आरोप लगाये हैं, उनकी जांच कराकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, एसपी सिटी की गाड़ी में तोड़फोड़ करने व बवाल कराने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
-रोहित सिंह सजवाण, एसएसपीआरोपी महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। जिन लोगों ने शांत माहौल में फिर से तनाव पैदा किया, उनकी पहचान की जा रही है।
-विनीत भटनागर, एसपी सिटी
जब कांवड़ को लेकर बवाल पुलिस शांत करा रही थी, ऐसे में हिंदू संगठनों को भी सोचना चाहिये कि व्यवस्था बनाने में सहयोग दे, न कि व्यवस्था बिगाड़ें। पुलिस को कांवड़ खंडित करने वालों के सख्त कार्रवाई करनी चाहिये।
-सचिन सिरोही, महानगर अध्यक्ष हिंदू जागरण मंच