जनवाणी ब्यूरो |
यूपी: रविवार का दिन अयोध्या के लिए एक ऐतिहासिक और अत्यंत विशेष दिन बन गया, जब राम मंदिर परिसर में विविध धार्मिक कार्यक्रमों की शुरुआत हुई। दिन के ठीक 12 बजे, भगवान सूर्य ने रामलला के ललाट पर तिलक किया, जो एक धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण और अद्वितीय आयोजन था। इस पवित्र मौके का साक्षी बनने के लिए न केवल भारत से, बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे हैं।
इस आयोजन के दौरान, भक्तों पर ड्रोन से सरयू नदी के पवित्र जल की फुहारों से बारिश कराई गई, जिससे यह दृश्य और भी दिव्य और अभूतपूर्व बन गया। रामनगरी में भक्तों की लंबी कतारें लगी हैं, और सभी श्रद्धालु इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनने के लिए बेहद उत्साहित और श्रद्धालु दिखाई दे रहे हैं।
मंदिर के ऊपरी हिस्से पर लगे दर्पण पर सूर्य की किरणें गिरीं। यहां से परावर्तित होकर पीतल के पाइप में पहुंचीं। पाइप में लगे दर्पण से टकराकर किरणें 90 डिग्री कोण में बदल गई। लंबवत पीतल के पाइप में लगे तीन लेंसों से किरणें आगे बढ़ते हुए गर्भगृह में लगे दर्पण से टकराईं। यहां से 90 डिग्री का कोण बनाकर 75 मिलीमीटर टीके के रूप में रामलला के ललाट को सुशोभित किया।
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह अयोध्या के सांस्कृतिक और धार्मिक गौरव को भी एक नई ऊंचाई पर ले जा रहा है। रामलला के प्रति श्रद्धा और विश्वास का यह दृश्य निसंदेह बहुत गहरा और प्रेरणादायक है