Friday, August 22, 2025
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यात्रियों को बुलेट ट्रेन का ‘अक्स’ दिखा रहा ‘रैपिड’ में

  • मेरठ के सैकड़ों यात्री रोज सफर कर रहे नमो भारत ट्रेन में

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: नवरात्रों में शुरु हुई देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन रैपिड (नमो भारत) इस समय प्रायोरिटी सेक्शन पर हवा से बाते कर रही है। इस ट्रेन की खूबसूरती, सुविधाएं और रफ्तार के चलते ट्रेन के कई यात्री इसकी तुलना बुलेट ट्रेन से कर रहे हैं। दरअसल, पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में जहां बुलेट ट्रेन शामिल है वहीं रैपिड भी पीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। पहले चरण में रैपिड भले ही दिल्ली-मेरठ के बीच 82 किलोमीटर लम्बे कॉरिडोर पर दौड़ेगी, लेकिन भविष्य में रैपिड के दूसरे कॉरिडोर भी जल्द ही वजूद में आएंगे और इस पर मंथन शुरू भी हो गया है।

देश की पहली बुलेट ट्रेन का इस समय पहले चरण का काम तेजी से चल रहा है। उधर पहला चरण पूरा होने पर रैपिड भी फर्राटा भर रही है जो दुहाई डिपो से साहिबाबाद के बीच 17 किलोमीटर के दायरे में दौड़ रही है। देश की पहली बुलेट ट्रेन मुम्बई से अहमदाबाद के बीच दौड़ेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ओर जापानी पीएम शिंजो आबे ने 14 सितंबर 2017 को अहमदाबाद में इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया था। मुम्बई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के नाम से शुरु होने वाले इस बुलेट कॉरिडोर के पहले चरण का काम चालू है।

इसमें 100 किलोमीटर का पुल बनकर तैयार हो चुका है जबकि 250 किलोमीटर तक पुल के पिलर खड़े किए जा चुके हैं। इस समय रैपिड का आनन्द उठा रहे लोगों का कहना है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर बुलेट की रफ्तार आंक ली है जबकि रैपिड की रफ्तार का वो बखूबी आनन्द उठा रहे हैं। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) के अनुसार बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत 40 मीटर लम्बे फुल स्पैन बॉक्स गर्डर्स और सेगमेंट गर्डर्स को जोड़कर 100 किलोमीटर तक के वायाडक्ट का निर्माण किया जा चुका है। बुलेट की जो डेडलाइन है वो 2026 है जबकि रैपिड के पूरे कॉरिडोर की डेडलाइन 2025 है।

यानि कि रैपिड जब पूरे 82 किमी के कॉरिडोर पर दौड़ेगी उसके ठीक एक साल बाद बुलेट का संचालन शुरु होगा। बुलेट ट्रेन शुरू होने पर जहां इस कॉरिडोर पर 24 ट्रेनें प्रस्तावित हैं वहीं दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर पर कुल 30 ट्रेनें प्रस्तावित हैं। एक बुलेट ट्रेन में 10 कोच प्रस्तावित हैं जबकि रैपिड में आधा दर्जन कोच। बुलेट ट्रेन में एक बार में 690 यात्री सफर करेंगे जबकि रैपिड में एक बार में लगभग 1700 यात्री सफर करगें। इस समय रैपिड के प्राथमिक खंड पर ही मेरठ के सैकड़ों यात्री प्रतिदिन रैपिड के सफर का आनंद उठा रहे हैं।

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