- कृषि यंत्र से क्षेत्र में किसान कर सकेंगे कई काम
जनवाणी संवाददाता |
कंकरखेड़ा: जंगेठी गांव निवासी एक एयरफोर्स के रिटायर इंजीनियर ने अनोखा कृषि यंत्र बनाकर कमाल कर दिया है। इस कृषि यंत्र से जुताई, खुदाई, घास की कटाई सहित अन्य कई प्रकार के काम कम खर्चे पर किए जा सकते हैं। किसान ने इसकी लागत लगभग 14 से 15 हजार बताई गई हैं। गुरुवार को इस यंत्र के बारे में बताया कि इस संबंध में वह मुख्यमंत्री से मिलेंगे और इस सस्ते यंत्र को बड़े स्तर पर बनवाने का आग्रह करेंगे। जिससे किसानों को सस्ते दामों पर यंत्र मिल जाए और एक ही यंत्र से अनेकों काम किसान कर सकेंगे।
जंगेठी गांव निवासी इंद्रजीत सिंह पुत्र भरत सिंह एयरफोर्स मिग 29 के मैकेनिकल एयरोनॉटिकल से रिटायर है। उन्होंने कृषि यंत्रों की बढ़ती कीमतों को देखते हुए 2003 में एक सस्ती और टिकाऊ यंत्र बनाने की योजना तैयार की। कई वर्षों तक काम करते रहे, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। अब उन्होंने कृषि कार्य के लिए सस्ती एवं हल्की बहुउपयोगी मशीन विकसित की है। जो तीन प्रकार से कार्य करती है।
उन्होंने बताया कि एक पहिया ट्रैक्टर की तरह दो फल का हल व पाटा खींचने मे यह दो बैलों से अधिक कार्य कर सकती है। रोटावेटर की तरह जुताई करती है। जिसमे हल्की निराई गुड़ाई से लेकर गहरी जुताई की जा सकती है। रोटावेटर की चौड़ाई 14 इंच है और एक पक्का बीघा प्रति घंटा जुताई कर सकती है। फसलों में लाइनों बीच, बागबानी में, सब्जियों में और छोटी जगह में आसानी से काम करती है। कटाई यंत्र की तरह कम ऊंचाई वाली फसलों जैसे चना, मटर, मूंग, मसूर, उड़द, मैथा, जीरा, धनिया, सौंफ आदि व पशु चारे के लिए घास कटाई तथा संग्रहण कर सकती है।
कटाई बारीक करेगी। जिसे सीधा जानवरो को दिया जा सकता है। यदि भूसा आवश्यक न हो तो उसे पंखे से खेत में ही उड़ाकर बीज या अनाज प्राप्त कर सकते हैं। मशीन की लागत लगभग 14 से 15 हजार रुपए होगी। वजन 28 किलो जो लाने ले जाने में बहुत आसान है। पहियों पर खींच कर ले जाई जा सकती है। यह मशीन 100 सीसी पेट्रोल इंजन या दो किलोवाट बिजली मोटर से बहुत कम ऊर्जा खपत करती है।
कुछ कार्य जैसे छोटे खेत में कूड़, मेढ़ बनाने के कार्य को यह ट्रैक्टर से भी तेज व कम खर्च में कर सकती है। इससे खेती की लागत व मेहनत मे कई गुणा कटौती होगी। इस दौरान एयर फोर्स के रिटायर इंजीनियर इंदरजीत सिंह राठी के अलावा रविदत्त शर्मा, हुसनपाल, मनदीप,आरजू, अलीहसन आदि मौजूद रहे।