- पुलिस प्रशासन की मीटिंग में प्रस्तुत किया तैयारियों का ब्लू प्रिंट
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कांवड़ यात्रा को सुरक्षित संपन्न कराने के लिए 10 दिन पहले रूट डायवर्ट कर दिया जाएगा। इसको लेकर रविवार को देर शामम पुलिस व ट्रैफिक पुलिस के अफसरों की बैठक हुई। एसपी सिटी राघवेन्द्र मिश्रा ने संभावित रूट डायवर्जन को लेकर जानकारी दी। उन्होंने बताया की बीते सालों में भी जो व्यवस्थाएं की गयी हैं, वो तमाम व्यवस्थाएं तो इस साल लागू ही की जाएंगी साथ ही कुछ अतिरिक्त भी व्यवस्थाएं थाना पुलिस के सहयोग से ट्रैफिक पुलिस करने जा रही है। रूट डायवर्जन का पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है। उसका ब्लू प्रिंट मीटिंग में रखा गया है।
उम्मीद की जानी चाहिए कि उसको लागू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले साल कांवड़ यात्रा के दौरान जहां-जहां भी हादसे हुए हैं। उनको खासतौर से चिन्हित किया गया है। ऐसे स्थानों पर अतिरिक्त इंतजाम किए जाएंगे। शुरुआती दौर में शहर को वनवे करते हुए हल्के वाहनों को जाने की परमिशन दी जाएगी। वहीं, जलाभिषेक के चार से पांच दिन पहले जहां सबसे ज्यादा शिवभक्त निकलते हैं, उन क्षेत्रों के लिए भारी वाहनों को पूर्ण से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा, ताकि शिवभक्त कांवड़ियों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो। डायवर्जन का पालन नहीं करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ये रही पूर्व में व्यवस्था
कांवड़ यात्रा के दौरान पूर्व के सालों में जो व्यवस्था रहती थी। उसमें दिल्ली, गाजियाबाद की ओर से आने वाला भारी यातायात जिन्हें मुजफ्फरनगर, सहारनपुर हरिद्वार, देहरादून व बिजनौर जाना होता है। उन्हें गाजियाबाद से हापुड़-बुलंदशहर बाइपास से हापुड़-किठौर फ्लाईओवर से किठौर रोड होकर कस्बा किठौर, हापुड़ से परीक्षतगढ़, मवाना, बहसूमा, रामराज, मीरापुर, जानसठ से मुजफ्फरनगर निकाला जाता था।
हरिद्वार व देहरादून की ओर जाने वाले वाहन मीरापुर से गंगा बैराज, बिजनौर, नजीबाबाद होकर हरिद्वार व देहरादून की ओर जाते थे। यदि कोई वाहन हापुड़ के अन्दर से होते हुए मेरठ की ओर आए तो उसके लिए पुलिस चौकी साइलों सेकेंड हापुड़ से खरखौदा आने से रोक कर किठौर रोड पर भेजा गया। एसपी ट्रैफिक ने बताया कि उम्मीद की जानी चाहिए थी कि इस साल भी यही व्यवस्था रहे।