- ग्रामीण क्षेत्र में आवासीय भवनों की तैयार की जाएगी घरौनी
जनवाणी संवाददाता |
चांदपुर: ग्रामीणों को आवासीय भवनों के स्वामित्व का प्रमाण पत्र दिए जाने के घरौनी तैयार की जा रही है सरकार द्वारा शुरु की गई ग्रामीण स्वामित्व योजना के अंतर्गत राजस्व विभाग की टीम गांव के नक्शे तैयार करने लगी है। राजस्व कर्मचारियों द्वारा पांच गांवों में ड्रोन उड़ा कर सर्वे किया गया।
सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों के आवासीय भवनों का लेखा जोखा तैयार किए जाने के लिए ग्रामीण स्वामित्व योजना शुरु की गई है। योजना के अंतर्गत ग्रामीणों को उनके भवनों के स्वामित्व संबंधी दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए हल्का लेखपालों के साथ ही अन्य राज्य कर्मचारियों को लगाया गया है।
कर्मचारी गांव का नक्शा तैयार करेंगे और इसी के आधार पर घरौनी तैयार कर ग्रामीणों को उनके भवनों के स्वामित्व संबंधी प्रमाण पत्र सौंपा जाएगा। मंगलवार को ग्रामीण स्वामित्व योजना के अंतर्गत राजस्व विभाग की टीम ने क्षेत्र के ग्राम मिर्जापुर बेला, तखनपुरी, जौनपुर, इमलिया व चुखेडी में जाकर ड्रोन उड़ाया और उसी के जरिए गांव के नक्शे तैयार किए।
इस संबंध में तहसीलदार सुनील कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा ग्रामीणों को उनके आवासीय भवनों के स्वामित्व संबंधि प्रमाण पत्र उपलब्ध कराये जाने के लिए योजना शुरू की गई है। सरकार द्वारा शुरु की ग्रामीण स्वामित्व योजना के अंतर्गत खेती की जमीन की तरह आवासीय भवनों की घरौनी बनाई जाएगी। घरौनी में ग्रामीणों के आवासीय भवनों का पूरा रिकॉर्ड उपलब्ध रहेगा।
ग्रामीण कभी भी घरौनी से अपने भवन का स्वामित्व संबंधी दस्तावेज प्रमाण पत्र ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत अभी तक तहसील क्षेत्र के 126 गांवों में सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया है। जिन गांवों में सर्वे का कार्य पूरा हो गया है वहां की घरौनी बनाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। जल्दी ही ग्रामीणों को स्वामित्व संबंधी प्रमाण पत्र सौंपने की तैयारी चल रही है। उनका कहना था कि घरौनी तैयार होने के बाद ग्रामीण क्षेत्र में भूमि के बंटवारे को लेकर होने वाले विवादों में कमी आएगी। इतना ही नहीं स्वामित्व प्रमाण पत्र के आधार पर ग्रामीण बैंक की योजनाओं का लाभ भी उठा सकेंगे।