- चतुर्थी तिथि रात आठ बजकर 26 मिनट से हो जाएगी प्रारंभ
जनवाणी ब्यूरो |
बिजनौर: सकट चौथ का त्यौहार भगवान गणेश को समर्पित होता है। सकट चौथा हर वर्ष माघ मास की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन माताएं अपनी संतान के लिए व्रत रखती है। पौराणिक मान्यताआें के अनुसार इस दिन व्रत रखने से संतान को संकटों से मुक्ति मिलती है। इस बार सकट चौथ 31 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन गणेश भगवान की विधि विधान से पूजा की जाती है।
सिविल लाइन स्थित धार्मिक संस्थान विष्णुलोक के ज्योतिषविद् पंडित ललित शर्मा के अनुसार माघ मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को सकट चौथ का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 31 जनवरी 2021 दिन रविवार को मनाया जाएगा। इसे तिलकुट चौथ, संकटा चौथ, माघ चतुर्थी व संकटी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है।
31 जनवरी को चतुर्थी तिथि रात आठ बजकर 26 मिनट से प्रारंभ हो जाएगी और एक फरवरी 2021 को शाम छह बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगी। चंद्रमा रात्रि आठ बजकर 39 मिनट पर उदय होगा, यह व्रत चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्थी को होता है। भगवान गणपति मंगलकर्ता है, विघ्न विनाशक है, कल्याणकर्ता हैै इसी कारण माताएं अपनी संतान की रक्षा के लिए सकट चौथ पर विशेष पूजा करती है।
सकट चौथ को संकष्टी चतुर्थी भी कहते है। सकट चौथ के दिन गणेश की प्रतिमा स्थापित करके पीले वस्त्र पहनाने चाहिए। गणेश चालीसा, गणेश स्तुति का पाठ करना चाहिए, तिल से निर्मित वस्तुए भगवान गणेश को अर्पित करनी चाहिए।