जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज शनिवार को अदानी समूह से जुड़े केस पर सेबी ने एक बयान जारी कर बताया है कि बाजार में निष्पक्षता, कुशलता और मजबूती कायम रखने के लिए वह प्रतिबद्ध है। सेबी के मुताबिक वह यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि शेयर बाजार निर्बाध, पारदर्शी और कुशल तरीके से काम करे।
साथ सेबी ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि एक कारोबारी समूह के शेयरों की कीमत में उतार-चढ़ाव देखा गया। बाजार के सुचारू और कुशल तरीके से काम करने के लिए किसी खास शेयरों में अत्यधिक उतार-चढ़ाव से निपटने को लेकर सभी निगरानी व्यवस्था मौजूद है।
दरअसल, शेयर बाजार में अदाणी ग्रुप के शेयरों पर अफरातफरी हिंडनबर्ग की उस रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद देखी जा रही है जिसमें समूह के खातों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी और धोखाधड़ी का दावा किया गया है।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अदाणी समूह के शेयर मौलिक आधार पर अदाणी समूह के शेयरों में 85 प्रतिशत तक के गिरावट की संभावना है। ऐसा कंपनी के आसमान छूते वैल्युएशन के कारण है। रिपोर्ट में पिछले कई दशकों में अदाणी ग्रुप पर खातों में गड़बड़ी, स्टॉक्स में हेराफेरी और धनशोधन जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
हालांकि, अदाणी समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में कही गई बातों का खंडन करते हुए कहा गया है कि यह रिपोर्ट उचित तरीके से नहीं किया गया है और कंपनी की घोषणाओं को ही कॉपी-पेस्ट कर रिपोर्ट तैयार कर दी गई है। अपने 400 पन्नों के जवाब में गौतम अदाणी के नेतृत्व वाले समूह ने हिंडनबर्ग के सभी आरोपों को भ्रामक बताया है।