Monday, July 1, 2024
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शर्मनाक: वाटर पार्क में महिलाओं से छेड़छाड़, हंगामा और मारपीट

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  • कंपनी का स्टाफ गया था घूमने, गलत नीयत से छू रहे थे लड़कियों को

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: परतापुर थाना के एनएच-58 स्थित वाटर पार्क में लड़कियों को गलत तरीके से छूने का विरोध करने पर साथ आए लोगों को बाउंसरों ने जमकर पिटा। महिलाओं तक को नहीं बख्शा। एक महिला के हाथ में पाइप मारकर बुरी तरह घायल कर दिया। बाउंसरों ने कवरेज कर रहे मीडिया कर्मियों को भी नहीं बख्शा। इतना ही नहीं उन्हें बंधक बना लिया गया। बंधक बनाए जाने के बाद उनके मोबाइल छीन लिए। वहां मौजूद पुलिस वालों ने भी बाउंसरों का ही साथ दिया। बाउंसरों के तांडव की खबर किसी परिचित ने जिस कंपनी का यह स्टाफ वहां घूमने के लिए पहुंचा था।

उनके मालिक परतापुर निवासी गौरव को दे दी। गौरव अपने साथ कुछ लोगों को लेकर पहुंचे तो पुलिस वालों ने बगैर कुछ कहे और सुने बिना ही उन्हें पीटना शुरू कर दिया। जब इतने से भी जी नहीं भरा तो उन्हें लाकर थाने में बंद कर दिया। इस बीच कंपनी के मालिक गौरव ने इंस्पेक्टर परतापुर को पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने एसपी सिटी को भी कॉल कर बताया।

जानकारी मिलते ही इंस्पेक्टर परतापुर मौके पर पहुंच गए। गौरव ने बताया कि जो फैंटम गौरव व उनके साथियों थाना लाए थे उन्हें फटकार लगायी और सभी को छोड़ दिया। मारपीट में माधवपुरम निवासी रेनू नाम की जिस महिला के हाथ बुरी तरह से बाउंसरों ने जख्मी कर दिया है, उसने तहरीर देकर मारपीट करने व गलत तरीके से छूने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।

गौरव ने बताया कि उनके स्टाफ के लोगों ने पूरे पार्क में घूमने का 599 कीमत का टिकट लिया था। यहां जो लोग पर्यटकों के बतौर मददगार रखे गए हैं, वो गलत तरीके से लड़कियों को छू रहे थे। उनकी हरकत को शब्दों में नहीं बताया जा सकता। गौरव ने बताया कि इस मामले की डीएम व एसएसपी से भी शिकायत करेंगे।

एसएसपी की गाड़ी के सामने बैठकर हंगामा

जानलेवा हमले के आरोपियों पर कठोर धारा में कार्रवाई के बजाए धाराओं में खेलकर करने का आरोप लगाते हुए पीड़ितों ने पुलिस आफिस पहुंकर एसएसपी की गाड़ी के सामने सड़क पर बैठकर हंगामा किया। हालांकि गाड़ी आफिस परिसर में खड़ी थी। उसमें कोई बैठा नहीं था। ब्रहस्पतिवार को टीपी नगर थाना क्षेत्र में दबंगों द्वारा घर में घुसकर महिलाओं पर किए गए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने आरोपियों का सिर्फ शांति भंग की धारा में चालान कर दिया। जमानत पर छूटते ही आरोपियों ने एक बार फिर से पीड़ितों को धमकाना शुरू कर दिया। जिस पर शुक्रवार को पीड़ित पक्ष ने एसएसपी आॅफिस में धरना देते हुए जमकर हंगामा किया। अधिकारियों ने मामले में कार्यवाही के आदेश दिए हैं।

मोहकमपुर वाल्मीकि बस्ती की रहने वाली मिथिलेश वाल्मीकि समाज की दर्जनों महिलाओं और नागरिकों के साथ शुक्रवार को एसएसपी आॅफिस पहुंची। राष्ट्रीय जाटव महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नेमपाल गौतम के साथ एसएसपी आॅफिस में जमीन पर धरना देते हुए वाल्मीकि समाज के नागरिकों ने जमकर हंगामा किया। शीला ने आरोप लगाया कि बीती 22 अप्रैल को पड़ोस में रहने वाले सचिन नाम के युवक ने उसकी बेटी के अपहरण की कोशिश की थी। इस मामले में आरोपी के खिलाफ तहरीर देने पर सचिन का परिवार उनसे रंजिश रखने लगा। आरोप है कि ब्रहस्पतिवार को सचिन और उसके दर्जनों साथियों ने शीला के घर पर हमला बोलते हुए शीला और उसकी भाभी मिथिलेश की जमकर पिटाई की।

मिथिलेश के कान पर छुरी मारकर उसे जख्मी कर दिया। शिकायत करने पर थाना पुलिस ने आरोपियों का मात्र शांति भंग की धारा में चालान कर दिया। जमानत पर छूटते ही आरोपी एक बार फिर पीड़ितों के घर पर पहुंचे और लड़कियों को घर से उठाने और तेजाब डालने की धमकी देने लगे। जिससे दहशत में आकर शीला ने अपनी बेटी और भतीजी को अपनी रिश्तेदारी में भेज दिया है। वाल्मीकि समाज के नागरिकों ने एसएसपी आॅफिस में धरना देते हुए टीपी नगर पुलिस पर आरोपियों की मदद करने का आरोप लगाया। जिस पर कप्तान ने थाना पुलिस को आरोपियों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्यवाही के आदेश दिए हैं।

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