- सरधना में युवती को अगवा कर हत्या की वारदात का खुलासा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सरधना में युवती को अगवा कर उसकी हत्या करने के मामले में पुलिस ने मृतका के प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पूछताछ में हत्याभियुक्त ने बताया कि दोनों के बीच करीब दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। अब वह ब्लैकमेल पर उतर आयी थी। आए दिन पैसों की मांग करती थी, ना देने पर दुष्कर्म का आरोप लगाकर जेल भेजने की धमकी दिया करती थी। इसी ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस लाइन में बुलायी गयी प्रेसवार्ता में एसपी देहात कमलेश बहादुर सिंह ने सरधना में युवती की हत्या की घटना का खुलासा कर दिया। अभियुक्त हसीन पुत्र लियाकत निवासी मोहल्ला खारी कुंआ थाना सरधना को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी देहात ने जानकारी दी कि पूछताछ में हसीन ने हत्या की बात स्वीकार करते हुए बताया कि लगभग डेढ दो वर्ष से मृतका से प्रेम सम्बन्ध थे, जिसके कारण वह आये दिन पैसे की मांग करती रहती थी। बकौल पुलिस हसीन ने खुलासा किया कि उसने जब भी रुपए देने किया तो उसको दुष्कर्म का आरोप लगाकर जेल भिजवा दिए जाने की धमकी दिया करती थी। हत्याभियुक्त का कहना है कि वह आए दिन की इस ब्लैकमेलिंग से परेशान हो गया था। पैसे दे-देकर वह बर्बाद हो चुका था। हत्याभियुक्त ने बताया कि उसने काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन उसकी डिमांड व धमकियां बढ़ती ही जा रही थीं। उसके पास कोई चारा नहीं रह गया था। इसलिए उसकी हत्या कर डाली।
रेस्टोरेंट चलने के बहाने बुलाया
पूछताछ में हसीन ने बताया कि उसने युवती को रेस्टोरेन्ट में चलने के बहाने बुलाकर स्कूटी पर बैठाकर मेहरमति गणेशपुर के जंगल में ले जाकर चाकू से गले पर कई वार कर हत्या कर शव को गन्ने के खेत में छुपा दिया। पुलिस ने हत्याभियुक्त की निशानदेही पर चाकू बरामद कर लिया है। उसके खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
सरधना कस्बा चौकी इंचार्ज सस्पेंड
सरधना के किशोरी अपहरण व हत्या मामले में एसएसपी डा. विपिन ताडा ने सख्त कार्रवाई करते हुए कस्बा चौकी इंचार्ज रविंद्र बघेल को सस्पेंड कर दिया है। इस पूरे मामले की जांच के बाद चौकी इंचार्ज समुचित कार्रवाई न करने के दोषी पाए गए। मृतका के परिजनों ने भी चौकी इंचार्ज पर तहरीर दिए जाने के बाद भी गुमशुगदी की घटना को गंभीरता से न लेने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि वो अनेक बार शिकायत लेकर पहुंचे। यदि उनकी शिकायत पर गंभीरता से कार्रवाई की गयी होती तो शायद घटना को टाला जा सकता था।
महक हत्याकांड में पुलिस के खुलासे पर परिजनों को नहीं यकीन
सरधना: महक हत्याकांड में पुलिस द्वारा किए गए खुलासे पर परिजनों को यकीन नहीं है। परिजनों ने खुलासे को पूरी तरह गलत बताया है। परिजनों का दावा है कि किशोरी की हत्या एक नहीं कई लोगों ने मिलकर की है। इसके अलावा खुलासे में कहा गया है कि किशोरी हत्यारोपी को फोन करके पैसे मांगती थी। जबकि परिजनों ने पुलिस को कॉल व चेटिंग की फोटो कॉपी सौंपते हुए साफ किया था कि हत्यारोपी लगातार उसे फोन व मैसेज करके बात करने का दबाव बना रहा है। मामले में परिजनों ने आज एसएसपी से मिलने की बात कही है।
महक हत्याकांड का गुरुवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। पुलिस के अनुसार हसीन से महक लगातार पैसे मांगती थी। पैसे नहीं देने पर दुष्कर्म के मुकदमे में जेल भिजवाने की धमकी देती थी। जिसके चलते हसीन ने महज एक चाकू से अकेली ही उसकी गला रेतकर हत्या कर दी। मगर पुलिस के खुलासे से मृतक पक्ष संतुष्ट नहीं है। परिवार को पुलिस के खुलासे पर भरोसा नहीं है। परिजनों का कहना है कि पुलिस की कार्यशैली शुरू से ही सही नहीं है। उन्हें शुरू से ही सरधना पुलिस पर भरोसा नहीं है। खुलासे में भी पुलिस ने ऐसा ही किया है। परिजनों का दावा है कि किशोरी की हत्या एक नहीं कई लोगों ने मिलकर की है। हत्या कहीं और करके शव जंगल में फेंका गया है। जब किशोरी हत्यारोपी को फोन करके पैसे मांगती थी तो उसके फोन हसीन के पास जाने चाहिए थे।
मगर किशोरी के मोबाइल में कॉल डिटेल और अनगिनत मैसेज हैं। जिसमें वह किशोरी को गाली-गलौज कर रहा है और फोन उठाने पर जोर दे रहा है। इससे साफ पता चलता है कि किशोरी पैसे मांगती थी या फिर हत्यारोपी किशोरी को फोन व मैसेज करके शोषण कर रहा था। परिजनों ने सवाल उठाए कि महज एक चाकू से एक अकेला युवक कैसे हत्या कर सकता है। परिजनों का दावा है कि हत्या में कई लोग शामिल रहे हैं। हसीन या पुलिस बाकी लोगों को बचाने की कोशिश कर रही है। कुल मिलाकर पुलिस के खुलासे पर परिजनों ने तमाम सवाल खड़े कर दिए हैं। मामले में परिजनों ने एसएसपी से मिलने की बात कही है।