- स्कूलों में शिक्षकों से समस्या को लेकर जाने की इजाजत
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोरोना वायरस के कारण प्रतिबंधों को झेल रहे शहरवासियों को अनलॉक-4 थोड़ी राहत ला सकता है। विवाह मंडपों को सौ लोगों की अनुमति दी गई है। वहीं स्कूल भले 30 सितंबर तक न खुलें, लेकिन छात्र अपने माता-पिता की अनुमति लेकर शिक्षकों से समस्याएं पूछने जा सकते हैं।
अनलॉक-4 राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों के लिए राहत लेकर आई है। अभी तक इनके समारोहों पर प्रतिबंध लगा हुआ था, लेकिन अब उन्हें इसकी इजाजत दे दी गई है। शर्त सिर्फ इतनी है कि समारोह में भाग लेने की संख्या 100 से अधिक नहीं हो और इसमें सोशल डिस्टेंसिंग, फेस मास्क, सेनेटाइजर और थर्मल स्क्रैनिंग की व्यवस्था करनी होगी।
गाइडलाइंस में शादी समारोह और अंतिम संस्कार का अलग से जिक्र नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि सामाजिक समारोह की श्रेणी में इसमें भी 100 लोगों के भाग लेने की इजाजत होगी।
पहले केवल 20 लोगों के भाग लेने की छूट दी गई थी। वैसे तो सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान को खोलने की इजाजत नहीं मिली है, लेकिन मार्च से बंद पड़े हाईस्कूलों और उच्च शिक्षण संस्थानों में पहली बार हलचल शुरू होगी। स्कूलों को 21 सितंबर के बाद 50 फीसद शिक्षक और गैर-शिक्षक स्टाफ को स्कूल में आने की इजाजत दी गई है।
ये आनलाइन कक्षाओं और टेली काउंसलिंग स्कूल की अन्य काम कर सकेंगे। सबसे अहम् बात यह है कि पहली बार स्कूल में बच्चों को इजाजत मिली है। नौंवी से 12वीं तक की कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे कंटेनमेंट जोन के बाहर के स्कूलों में जाने की इजाजत दी गई है, लेकिन स्कूल इसके लिए बच्चों के माता-पिता से लिखित अनुमति लेनी होगी।