जनवाणी संवाददाता |
रुड़की : आनन्द स्वरूप आर्य सरस्वती विद्या मन्दिर,रुड़की में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान, भारतीय शिक्षा समिति उत्तराखण्ड़ के दिशा-निर्देशन मे जिला स्तरीय गणित एवं विज्ञान विषय की आचार्य प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन सत्र का शुभारम्भ विद्यालय प्रबन्धक डॉ0 रजत अग्रवाल (एच.ओ.डी. मैनेजमेन्ट विभाग, आईआईटी रुड़की), प्रो0 अमित सक्सेना (डीन एकेडमिक, कोर यूनिवर्सिटी), आकाश माहेश्वरी (प्रधानाचार्य, योगी मंगलनाथ स.वि.म. रुड़की), प्रधानाचार्य अमरदीप सिंह (आनन्द स्वरूप आर्य सरस्वती विद्या मन्दिर, रूड़की) के द्वारा माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं पुष्पार्चन कर किया गया।
गणित एवं विज्ञान विषय की आचार्य प्रशिक्षण कार्यशाला में आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, पढ़ाये जाने वाले विषय में दक्षता, विषय को विद्यार्थियों के लिए सहज एवं सरल के साथ-साथ रुचिकर,रचनात्मक एवं रोचक बनाकर कक्षा-कक्ष में प्रस्तुत करना आदि विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया।
डॉ0 रजत अग्रवाल ने प्रशिक्षण कार्यशाला में सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें विद्यार्थियों को रटने या याद करने की जगह करके सिखाने पर ध्यान देना होगा तथा गणित,विज्ञान विषयों के साथ-साथ भाषा ज्ञान पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। विषय अध्ययन के साथ-साथ जेईई,नीट आदि प्रतियोगी परिक्षाओं के लिए भी विद्यार्थियों को तैयार करना होगा। आईआईटी में संचालित होने वाले किशोर वैज्ञानिक कार्यक्रम के विषय में भी विस्तार से बताया।
प्रो0 अमित सक्सेना ने कहा कि विषय को पढ़ाने के लिए यदि सही तकनीक को इस्तेमाल किया जाये तो विषय आसानी से समझ में आने के साथ-साथ दिमाग में लम्बे समय तक स्थाई बना रहता है। जिससे विषय का प्रदर्शन बेहतर होता है।
प्रधानाचार्य अमरदीप सिंह ने कहा कि शिक्षक एवं विद्यार्थियों को चाहिए कि वह विषय के टॉपिक को पूरा पढ़े,जो भी पढ़े सही से पढ़े समझ ना आने पर दोबारा पढ़े एवं प्रश्नों को दो अथवा दो से अधिक भाग में बाँटकर हल करने से बेहतर परिणाम मिलता है।
इस अवसर पर उपप्रधानाचार्य मोहन सिंह मटियानी,जसवीर सिंह पुण्डीर सहित समस्त शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।