- छूट से अलग दुकानें खोलकर संक्रमण को न दे बढ़ावा
जनवाणी संवाददाता |
कांधला: लॉकडाउन उल्लंघन और बाजारों में बढ़ती भीड़ की शिकायतों के बाद थाना प्रभारी ने व्यापार मंडल के पदाधिकारियों व व्यापारियों के साथ बैठक कर सहयोग की अपील की।
शनिवार को कांधला कस्बे के गांधी चौक स्थित आनंद हॉल में थाना प्रभारी निरीक्षक रोजन्त त्यागी ने व्यापार मंडल के पदाधिकारियों की एक बैठक की। जिसमें थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि नगर के व्यापारियों द्वारा लॉकडाउन का खुला उल्लघंन किया जा रहा है।
जिसकी शिकायतें लगातार थाने पहुंच रही है। ऐसा भी सुनने में आ रहा है कि नगर के मैन बाजार में कुछ दुकानदार सुबह पांच बजे से ही दुकानों में शटर खोलकर एक साथ 10-10 लोगों को अंदर लेकर शटर बंद करके सामान दे रहे है। थाने में हर व्यापारी की सूचना है कौन क्या कर रहा है।
लॉकडाउन के बाद भी बाजारों में अनावश्यक रूप से व्यापारियों के कारण हुजूम उमड़ा हुआ है। ना तो जनपद में इतने बेड की व्यवस्था है और ना ही आक्सीजन। अगर भगवान ना करे किसी को कुछ हो जाता है तो बेड के लिए भी परेशान होना पड़ सकता है।
पुलिस नहीं चाहती है कि पुलिस को डंडा उठाना पडे। एक बार अपने बच्चों व बुजुर्ग माता-पिता की तरफ देख कर उनके बारे में सोचो फिर जो सही लगे वह कार्य करो। अगर कोई भी व्यापारी जो लॉकडाउन के अंदर गलत रूप से व्यापार करता हुआ पाया जाता है फिर उसके खिलाफ सीधा अभियोग ही पंजीकृत होगा। व्यापारियों ने आश्वासन दिया कि वह अपने प्रतिष्ठान नहीं खालेंगे।
अगर कोई भी व्यापारी ऐसा करता पाया गया तो व्यापार मंडल भी उसका साथ नहीं देगा। इस दौरान ईश्वर दयाल कसंल, मोहन लाल चावला, सचिन गोयल, मनीष गोयल सभासद, ब्रिजेश जैन, संजय चावला, सचिन जैन, अरविंद गोयल, देवेन्द्र जैन, अजय जैन के साथ दर्जनों व्यापारी मौजूद रहे।
रेस्टोरेंट में घुसी कार में कार्रवाई की मांग
नगर के दिल्ली सहारनपुर रोड पर संयम जैन का रेस्टोरेंट है जिसे कोरोना संक्रमण के चलते संयम ने 30 अप्रैल को 10 दिन के लिए बंद कर दिया था। एक मई की रात्रि अनियत्रिंत एक स्कार्पियों गाडी रेस्टोरेंट का शटर तोड़कर अंदर घुस गई थी। जिसमें रेस्टोरेंट में काफी नुकसान हुआ था।
गाडी को अंकित चौहान पुत्र गजेन्द्र चौहान मुन्ना बड़ौत चला रहा था। जो उस समय शराब के नशे में धुत था। घटना के अगले दिन अंकित चौहान अपने भाई व अन्य कुछ साथियों के साथ उनके यहां पहुंचा था तथा रेस्टोरेंट में हुए नुकसान की भरपाई की बात कही थी। किन्तु अब उसने नुकसान की भरपाई करने से मना कर दिया है। पीड़ित ने तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।