Sunday, June 1, 2025
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अनुभव के लिए काफी वक्त देना पड़ता है: यामी गौतम

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मूलत: चंडीगढ की रहने वाली मिल्क ब्यूटी के रूप में मशहूर यामी गौतम एक्टिंग में आने के पहले लॉ कर रही थीं। उस वक्त उनके मन में आईपीएस अफसर बनने की तमन्ना थी लेकिन एक्टिंग की खातिर यामी ने अपनी तमन्ना और पढाई, दोनों ही बीच में अधूरे छोड़ दीं। यामी ने एक्टिंग कैरियर की शुरुआत छोटे पर्दे के लिए टीवी सीरियल ‘चांद के पार चलो’ के साथ की थी। इसके बाद वो ‘राजकुमार आर्यन’ और ‘ये प्यार न होगा कम’ में नजर आईं।

यामी को पहला बॉलीवुड ब्रेक आयुष्मान खुराना के अपोजिट ‘विक्की डोनर’ से मिला। यामी ने हिंदी के साथ पंजाबी तमिल, तेलुगु मलयालम और कन्नड़ फिल्में की हैं। पिछले दिनों वो फिल्म ‘दसवीं’ में अभिषेक बच्चन के अपोजिट, एक महिला जेल सुपरिन्टेन्डेंट के बेहद शानदार किरदार में नजर आर्इं। अब वह पिंक फेम डायरेक्टर अनिरूद्ध रॉय चौधरी की फिल्म ‘लास्ट’ कर रही हैं। अपने कैरियर के लिहाज से वो इसे बहुत खास फिल्म मानती हैं। वो इसमें पहली बार एक क्राइम जर्नलिस्ट का किरदार निभा रही हैं। इसमें उन्हें पंकज कपूर के साथ काम करने का अवसर मिल रहा है। ‘ओह माई गॉड 2’ में भी वह पंकज के साथ हैं।

दो साल पहले यामी गौतम ने ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ के डायरेक्टर आदित्य धर के साथ शादी की। उम्मीद की जाने लगी थी कि शादी के बाद यामी की सक्रियता फिल्मों में कम हो जाएगी लेकिन शादी के बाद वो अपने काम में पहले से ज्यादा व्यस्त हैं।

 प्रस्तुत हैं यामी गौतम के साथ की गई बातचीत के मुख्य अंश:

शादी के बाद घर और कैरियर दोनों को एक साथ संभालने में कितनी मुश्किल आ रही है?

शादी के बाद मुझे पहले से ज्यादा काम मिल रहा है। सच कहूं तो यह सब देखकर मुझे बहुत आश्चर्य हो रहा है वर्ना मैंने तो यही सोचा था कि शादी के बाद पूरी तरह एक घरेलू महिला बनकर रहूंगी। सिर्फ मुझे ही नहीं, आदित्य को भी बहुत काम मिल रहा है। सो हम दोनों काम कर रहे हैं। हमारे रिश्ते में एक रिस्पेक्ट बनी हुई है, इसलिए कोई मुश्किल नहीं है। हमें जितना टाइम मिलता है, उसमें हम कुछ अच्छा देखते हैं। शादी के बाद मैं बहुत खुश हूं, साथ ही ऊपर वाले की शुक्रगुजार हूं कि मुझे एक अच्छा लाइफ पार्टनर मिला।

पिछले कुछ समय से आपको ‘फेयर एंड लवली’ वाली इमेज के विपरीत, कुछ बेहद यादगार किरदार मिले हैं। क्या इसके बाद आपकी एक्टिंग का पैटर्न कुछ बदल रहा है?

पैटर्न तो कुछ खास नहीं बदला लेकिन अब मैं सोचने और समझने लगी हूं कि आॅडियंस मुझसे क्या चाहती है। मैंने अब आॅडियंस के पॉइंट आॅफ व्यू से ज्यादा सोचना शुरू कर दिया है।

अपने कैरियर में ढेर सारे उतार चढ़ाव देख लेने के बाद क्या आपको लगता है कि इस इंडस्ट्री को समझने में आपको जरूरत से ज्यादा वक्त लगा?

आपके लिए सफलता क्या मायने रखती है? आपके दर्शक आपसे क्या चाहते हैं? ये सब समझने में कई तरह के अनुभवों से गुजरना पड़ता है। और अनुभव के लिए काफी वक्त देना पड़ता है। मेरा तो बस यही मानना है कि परिस्थितियां चाहे जैसी भी हो, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।

अपने किरदार के बारे में आॅडियंस के रियेक्शन को जानने के लिए एक अच्छे कलाकार के मन में हर वक्त उत्सुकता रहती है। क्या आप भी इसके लिए उत्सुक रहती हैं?

इस तरह की उत्सुकता होना स्वाभाविक है। यदि रिएक्शन अच्छा हो तो खुशी होती है और रिएक्शन अच्छा न भी हो तो अफसोस नहीं करती, बल्कि यह जानने में जुट जाती हूं कि आखिर कमी कहां रह गई। वैसे मुझे रियल लाइफ से जितना अलग केरेक्टर मिलता है, उतना ही उसे करने में मुझे मजा आता है।

अक्सर कहा जाता है कि बॉलीवुड में टिके रहने के लिए एक एक्टर को आल राउंडर होना बेहद जरूरी है। क्या आप खुद को एक आल राउंडर एक्ट्रेस मानती हैं?

किरदार चाहे जैसा भी हो उसे करने में, मुझे कभी कठिनाई महसूस नहीं होती, इसलिए मुझे लगता है कि मैं आॅल राउंडर तो हूं लेकिन मुझे लगता है कि एक एक्टर के लिए आॅल राउंडर होने के साथ ही साथ अपनी लिमिट्स को समझते हुए लिमिट्स को तोड़ते रहने की जरूरत होती है। इसके अलावा फिटनेस भी बेहद जरूरी है। यदि आप एक्टिंग में हैं तो फिटनेस के लिए रोजाना आपको कम से कम 4 घंटे अवश्य देने चाहिए। मैं फिट रहने के लिए जिम के साथ साथ ओपन ग्राउंड में भी वर्क आउट करती हूं।


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