Sunday, August 24, 2025
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सफाई मजदूर यूनियन और निगम अधिकारियों में नहीं हो पाई वार्ता

  • बोर्ड की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की औपचारिक घोषणा

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: बुधवार को नगर निगम बोर्ड की बैठक के दौरान स्वच्छता मित्रों की वेतन वृद्धि को लेकर सदन और बाहर हुए हंगामे के बीच गुरुवार को इस मुद्दे पर सफाई मजदूर यूनियन और निगम अधिकारियों के बीच वार्ता की कोशिश परवान नहीं चढ़ सकी।

गौरतलब है कि एसपी सिटी ने इस मामले में मध्यस्तता करते हुए वार्ता का माहौल बनाया था। जिसके क्रम में गुरुवार को निगम कार्यालय में दोनों पक्षों को एक साथ बैठना था। सफाई मजदूर यूनियनों से जुड़े कैलाश चंदोला, विनेश विद्यार्थी और पार्षद टीसी मनोठिया इस बारे में जानकारी लेने के लिए अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार के कार्यालय पहुंचे,

लेकिन यूनियन की ओर से वार्ता का विधिवत निमंत्रण भेजे जाने की मांग से ही अवरोध उत्पन्न हो गया। शाम तक यह स्थिति साफ नहीं हो सकी कि आने वाले दिनों में दोनों पक्षों के बीच वार्ता का दौर चल पाएगा या इसे विराम दिया जाएगा। इस संबंध में सफाई मजदूर संघ के अध्यक्ष शिवकुमार नाज का कहना है कि सफाई मजदूर को चाहे जो नाम दिया जाए,

लेकिन वह आर्थिक और सामाजिक रूप से सबसे नीचे खड़ा है। महज 9500 रुपये में परिवार का लालन-पालन करना दुश्वार होता है। ऐसे में नगर निगम के अधिकारियों को उनके विषय में कोई न कोई कदम अवश्य उठाना चाहिए। इस बीच अपर नगर आयुक्त की ओर से एक सूचना जारी की गई, जिसमें महापौर की ओर से बोर्ड बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की जानकारी दी गई है।

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