- दो करोड़ के कारोबार का अनुमान, फिश बॉटम, बटरफ्लाई कट, क्रॉप टॉप ट्रेंड में
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: पितृपक्ष के चलते लगभग एक माह तक बंद पड़े कपड़ा कारोबार में नवरात्रों के साथ रौनक लौटी। दरअसल, पितृपक्ष के दौरान कपड़ा खरीदने पर विचार माना जाता है। नवरात्रों के आगमन से सभी शुभ कारजों के महूरत खुल गये हैं। जिसमें गृह प्रवेश, शादियां, त्योहार व अन्य छोटे-बड़े शुभ कारज शामिल है। जिसके लिये लोग एक से एक परिधानों की खरीदारी कर रहे हैं।
नवयुग क्लोथिंग हाउस के संचालक नितिन बताते हैं कि इस बार नवरात्रों में कारोबार अच्छा जा रहा है। अबकी बार कपड़ा बाजार में दो से ढाई करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है। त्योहारों के सीजन को देखते हुए बच्चों से लेकर जेंट्स एवं महिलाओं के लिये इस बार फैशन डिजाइनर्स द्वारा ब्राइट कलर बाजार में लॉन्च किये गये हैं।
बता दें कि पिछले तीन सालों की बात करें तो ट्रेंडिंग कलर टोन साल 2022 में ग्रे कलर, 2023 में लवेंडर कलर व इस साल आॅरेंज कलर के साथ इंग्लिश कलर सबसे ज्यादा ट्रेडिंग है। इस बार आॅरेंज कलर में सबसे ज्यादा ड्रेस, सूट्स, साड़ी, जेंट्स शर्ट्स, कोट्स बाजार में उतारे गये हैं। फैब्रिक की बात करें तो कोस्मोस, फेंडी, डोला, जिमीचू, क्रेप क्रश, जरी, आर्गेनजा, जरी ब्रोकेड, रियल गोल्ड एंड सिल्वर साड़ी भी पसंद की जा रही है।
कलमकारी और शरग साड़ी हो रही ट्रेंड
करवाचौथ, अहोई और दीपावली के लिये इस बार महिलाओ को शरग पैटर्न, डिवाइडर के साथ क्रॉप टॉप, कलमकारी साड़ी खूब लुभा रही है। त्योहारों पर महिलाओं का टाइम बचाने के लिये इस बार में शरग स्टाइल ड्रेपिंग साड़ी बाजारों में लायी गयी है। यह साड़ी सोशल मीडिया हैंडल इंस्टाग्राम पर भी मॉडल्स, अभिनेत्रियों और फैशन हाउस द्वारा खूब ट्रेंड कर रही है।
इसके साथ ही कौड़ी वर्क यानि की समुद्र से निकलने वाले सीपो से कौड़ी डिजाइन की एम्बरायडरी में कफ्तान, ड्रेप साड़ी, सूट आये हैं। वहीं, न्यूली मैरिड महिलाओं के लिये डिवाइडर में फिश बॉटम, बटरफ्लाई कट के साथ डिजाइनर क्रॉप टोप ट्रेंड कर रहे हैं। यह डिवाइडर पहनने के बाद लहंगा लुक देते हैं। वहीं, क्लासी और रॉयल लुक की बात करें तो डोला सिल्क के सूट, साड़ी महिलाओं की पहली पसंद बना हुआ है। डोला सिल्क पर कलमकारी प्रिंट का काम किया जाता है।
बता दे कि कलमकारी का काम पूरी तरह से हाथ से किया जाता है। जिसके बाद इसे कलम से रंगा जाता है। पारंपरिक कलमकारी में 17 चरणों से ज्यादा प्राकृतिक सामग्री से बने रंगों का इस्तेमाल किया जाता है। एक कलमकारी साड़ी बनाने में धीमी, जटिल और जोरदार प्रक्रिया में लगभग 40 दिन लग सकते हैं।
कन्या पूजन के लिए सजे शहर के बाजार
मेरठ: तीन अक्टूबर से शुरू हुए शारदीय नवरात्रों का कल समापन हो जाएगा। इस बार नवरात्रों में अष्टमी और नवमी एक ही दिन की है। सनातन धर्म में नवरात्रि में मां दुर्गा के व्रत रखने के पश्चात लोग अष्टमी व नवमी के दिन कन्या पूजन के उपरांत उपवास खोलते हैं। कन्या पूजन पर नौ कन्याओं को स्वयं मां दुर्गा का स्वरूप मानकर तिलक करके घर में आसन पर विराजमान करा कर श्रद्धापूर्वक भोजन कराया जाता है। मान्यता है कि छोटी कन्याओं को भोजन कराने से मां दुर्गा का आशीर्वाद मिलता है व घर में सुख-शांति तथा समृद्धि बनी रहती है। भोजन कराने के पश्चात छोटी-छोटी कन्याओं को खुश करने के लिए उन्हें तरह-तरह के उपहार दिए जाते हैं।
डिजाइनर प्लेटों की भरमार
कन्याओं को भोजन कराने के लिये बाजार में तरह-तरह की डिजाइनर रंग-बिरंगी प्लेटें, प्लास्टिक के डिब्बे, एयर टाइट टप्परवेयर आदि उपलब्ध है। जिसमें बार्बी डॉल, मिकी माउस, पांडा, एप्पल, मैंगो, यूनिकॉर्न के डिजाइन शामिल हैं। कुछ ग्राहक प्लास्टिक से परेहज करते हैं। उनकी पसंद को ध्यान में रखते हुए कन्याओं को भोजन कराने और भेंट स्वरूप देने के लिये बर्तन कारोबारियों के पास स्टील में भी तरह-तरह की वैरायटी आयी है। जिसमें स्टील की छोटी-बड़ी डिजाइनर प्लेट, कटोरी, बाउल, टिफिन, बजने वाली छोटी गिलसिया, कटोरी वाली थाली आदि शामिल है।
कन्याओं को लुभाने के लिए आकर्षक उपहार
भोजन के रूप में कन्याओं को पैसे व कई तरीके के उपहार दिये जाते हैं। जिसमें ज्वेलरी, हेयर क्लिप, हेयर बैंड, रुमाल, स्टेशनरी में पेंसिल, कलर बुक, डोम्स सेट, तरह-तरह के पेन शामिल हैं। कन्या पूजन में देने के लिए कन्याओं के लिए बाजार में छोटे पर्स की डिमांड सबसे ज्यादा बढ़ी है। जिसको देखते हुए दुकानदारों ने कई छोटे- छोटे डिजाइनर पर्स शामिल किए हैं।