जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: पल्लवपुरम में चल रहे शीलकुंज और पल्लवपुरम फेज-1 की दीवार प्रकरण में सोमवार को हंगामा हो गया। कमिश्नर के आदेश पर जिला प्रशासन की टीम और पुलिस ने जबरन धरना दे रहे लोगों को बलपूर्वक वहां से हटा दिया और रास्ते को खाली कराया। पुलिस ने धरना दे रहे लोगों का सामान भरवा कर थाने भिजवा दिया। इस दौरान विरोध कर रहे 7 से 8 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और थाने भेज दिया। सूचना पर कैंट विधायक थाना पल्लवपुरम पहुंचे और अधिकारियों से बातचीत की। पल्लवपुरम क्षेत्रवासी गेट बंद करने की बात पर अड़े रहे। इस दौरान कैंट विधायक लगभग तीन घंटे तक थाने में रहे। बाद में महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी और मेयर हरिकांत अहलूवालिया भी थाने पहुंचे। काफी देर चली वार्ता के बाद दोनों पक्षों में गेट बंद करने और निर्माण कार्य रुकवाने को लेकर सहमति बनी। इस दौरान हिरासत में लिए गए लोगों को भी छोड़ दिया गया।
शीलकुंज कॉलोनी बिल्डर अजय गुप्ता और पल्लवपुरम फेज-1 में रहने वाले क्षेत्रवासियों के बीच विगत दो सालों से गेट लगाने को लेकर विवाद चल रहा है। 12 फरवरी 2024 को शीलकुंज बिल्डर ने दीवार तोड़कर अपना गेट लगा दिया था। तभी से पल्लवपुरम क्षेत्रवासी वहां पर टेंट लगाकर धरने पर बैठे हुए हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान लोकसभा प्रत्याशी और कैंट विधायक का क्षेत्रीय लोगों ने विरोध भी किया था। भाजपा महानगर महामंत्री गौरव मलिक ने बताया कि शीलकुंज कॉलोनी और पल्लवपुरम फेज-1 के बीच एक बाउंड्री वॉल है। नक़्शे में भी यह बाउंड्री वॉल दर्शाई गई है। शीलकुंज बिल्डर्स इस दीवार को तोड़कर कॉलोनी का रास्ता बना रहे हैं, जो बिल्कुल गलत है। इसको लेकर कॉलोनीवासियों ने दो सालों से धरना दिया है। दोनों पक्षों के विवाद का मामला कोर्ट में लंबित है। सोमवार के दोपहर कमिश्नर मेरठ के आदेश पर पुलिस, प्रशासन व मेडा के अधिकारियों ने बल प्रयोग करते हुए गेट के सामने सड़क पर टेंट लगाकर धरना दे रहे लोगों की टेंट को हटा दिया।
प्रभारी मंत्री के हस्तक्षेप के बाद माने क्षेत्रवासी
सोमवार को प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह मेरठ में मौजूद थे। पल्लवपुरम में हुए घटनाक्रम की जानकारी उन्हें भी दी गई। देर शाम उनके हस्ताक्षेप के बाद मामले का पटाक्षेप किया गया। फोन पर महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी ने प्रभारी मंत्री को जानकारी दी। जानकारी के बाद प्रभारी मंत्री ने उच्च अधिकारियों से बात कर तीन दिन के बाद मामले का निस्तारण करने की बात कही जिसको लेकर क्षेत्र वासियों ने सहमति जताई।
पल्लवपुरम पुलिस पर अभद्रता का आरोप
धरना हटाने के दौरान क्षेत्रीय लोगों ने पल्लवपुरम पुलिस पर महिलाओं और बुजुर्ग लोगों से अभद्रता करने का आरोप लगाया। कैंट विधायक की मौजूदगी में ही लोगों ने पल्लवपुरम थाना अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। भाजपा कार्यकर्ता राजेशकांत जैन ने बताया कि पुलिस कार्रवाई के दौरान उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया और उनके साथ मारपीट की गई। वहीं 87 साल के बुजुर्ग इंजीनियर आरके वर्मा के साथ भी पुलिस अभद्रता की बात कही गई। जिसको लेकर कैंट विधायक ने सीओ दौराला से नाराजगी व्यक्त की।