- जनपद हापुड़ निवासी हमकद की बुशरा को बनाया दुल्हन
जनवाणी संवाददाता |
हापुड़/कैराना: सोशल मीडिया पर पिछले करीब दो साल से अधिक समय से सुर्खियां बटोर रहे नगर के ढाई फीट के अजीम मंसूरी के सिर पर आखिकार दूल्हे का सेहरा सज ही गया। सुबह वह नगर से जनपद हापुड़ के लिए अपने सपनों की शहजादी को ब्याहने के लिए बरात लेकर पहुंचा। देर शाम वह दुल्हन बुशरा से निकाह कर वापस घर लौट आया।
दुल्हन के आते ही घर में रौनक पसर गई। परिवार की महिलाएं देर रात तक प्यारी दुल्हन बलाईयां देने लगी रहीं।
कैराना नगर के मोहल्ला जोड़वा कुआं निवासी अजीम मंसूरी के निकाह में उनका ढाई फीट का कद लंबे समय से अड़चन बना हुआ था। इसलिए वह शादी कराने की फरियाद लेकर कई बार अजीम मंसूरी पुलिस-थानों के भी चक्कर लगा चुका था। पिछले दो सालों से तो वह लगातार सोशल मीडिया पर सुर्खियों पर था।
सोशल मीडिया पर सुर्खियों में आने के बाद उनका रिश्ता हापुड़ के मोहल्ला मजीदपुरा निवासी 3 फीट 2 इंच कद की बुशरा के साथ तय हुआ। पहले निकाह सात नवंबर को तय था, लेकिन जब लड़की के परिजनों को लगा कि निकाह के दिन भीड़ अधिक हो सकती है तो फिर उन्होंने गुपचुप तारीख आगे खिसका कर 2 नवंबर कर दी। इस पर अजीम के परिजनों ने भी सहमति दे दी।
इसके बाद बुधवार को ढ़ाई फीट कद के अजीम मंसूरी का निकाह होना तय हुआ। इसे लेकर परिवार में खासा उत्साह का माहौल है। अजीम मंसूरी सुबह करीब साढ़े 9 बजे गाजे-बाजे साथ अपनी बारात लेकर हापुड़ के लिए रवाना हुए। दुल्हे की गाड़ी वरना को फूलों से सजाया गया था। उसमें अजीम मंसूरी शेरवानी पहनकर सवार हुए। इस मुबारक मौके पर अजीम मंसूरी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत अन्य हस्तियों को न्यौता नहीं दें सकें, इसका उनको दु:ख है।
बरात में परिवार के करीब 20 लोग जा रहे हैं। अजीम मंसूरी ने कहा कि वह अपनी दुल्हन को गिफ्ट में सोने की अंगूठी देंगे। इसके अलावा हनीमून के सवाल पर अजीम ने कहा कि सऊ दी अरब में मक्का शरीफ में बेगम यानी पत्नी बुशरा के साथ जाएंगे। जहां इबादत करेंगे और परिवार में खुशहाली की दुआएं मांगेंगे।
पहले सात नवंबर बताई गई थी शादी की तारीख
अजीम व उसके परिवार की ओर से अजीम मंसूरी की शादी की तारीख सात नवंबर बताई गई थी, लेकिन परिवार का कहना हैं कि शादी में कोई व्यवधान उत्पन्न न हों, इसलिए पांच दिन पहले की बारात ले जानी पड़ी।
शाहिद मंसूरी की अहम भूमिका
बसपा नेता शाहिद मंसूरी का आॅफिस बुशरा के घर के पास में ही था। अकसर बुशरा स्कूल जाने के लिए आॅफिस के सामने से निकलती थी, अजÞीम मंसूरी की वायरल वीडियो को ध्यान में रखते हुए।
शाहिद मंसूरी ने परिजनों से बात करके अजÞीम व बुशरा की शादी को अंजाम तक पहुंचाया।
पड़ोसी हिंदू-मुस्लिम के घर पहुंच लिया आशीर्वाद
जिस जगह अजीम मंसूरी का निवास हैं। उसी गली में कुछ हिंदू मुस्लिम परिवार रहते हैं। बारात की गाड़ी में बैठने से पहले सीधे अजीम मंसूरी अपने पड़ोसियों के घरों पर पहुंचे। कुछ महिला व पुरुषों ने उसको आशीर्वाद दिया तथा शादी की बधाई दी।
सेल्फी लेने के लिए उत्सुक नजर आए लोग
जैसे ही अचानक ढाई फीट का अजीम मंसूरी दूल्हा बना। तभी मौके पर कुछ लोग जमा हो गए। जहां सभी अपने अपने मोबाइलों से अजीम मंसूरी के साथ सेल्फी लेते नजर आए।
निकाह के बाद लोगों ने अजीम मंसूरी को घेरा
कैराना: सुबह करीब 9:30 बजे अजीम मंसूरी अपने बारात लेकर हापुड़ के लिए रवाना हो गया था। वही दोपहर बाद हापुड़ पहुंचने पर मुस्लिम रीति रिवाज के साथ अजीम मंसूरी व बुशरा का काजी द्वारा निकाह पढ़ाया गया। शाम करीब 8:00 बजे तक भी अजीम मंसूरी की बारात कैराना के लिए रवाना नहीं हो सकी।
बताया गया है कि अजीम मंसूरी का निकाह होने के बाद आसपास के प्रशंसक भी उसकी ससुराल पहुंच गए। जिसके बाद पुलिस के जवानों ने भीड़ को हटाने का काफी प्रयास किया कोई अजीम मंसूरी व उसकी दुल्हनियां के दीदार करने को बेताब नजर आया। जिस कारण अजीम मंसूरी की बारात को कैराना लौटने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।