- कोरोना के कारण पिछले साल मार्च माह में स्कूलों की हो गयी थी छुट्टी
- आज से कक्षा छह से आठवीं तक के खुले स्कूल, सुबह स्कूलों में पहुंचे बच्चे
मुख्य संवाददाता |
बागपत: 11 महीने के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार स्कूलों में रौनक लौट आयी है। हालांकि शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ स्कूलों का संचालन नहीं हुआ है। 50 प्रतिशत बच्चों के साथ कक्षा छह से आठवीं तक की कक्षाओं में पढ़ाई शुरू हो गयी है। स्कूल संचालकों व परिषदीय स्कूलों के हेडमास्टरों ने पहले ही तैयारियां पूर्ण कर ली थी। कोविड नियमों का भी पालन करने की हिदायत है।
गौरतलब है कि पिछले साल मार्च माह में कोरोना की शुरुआत के साथ ही स्कूल-कालेजो में भी छुट्टी हो गयी थी। पढ़ाई स्कूलों की बजाय ऑनलाइन शुरू कर दी गयी थी। हालांकि सभी बच्चे इस व्यवस्था से नहीं जुड़े। जिससे अभिभावक भी बच्चों की पढ़ाई को लेकर चिंतित थे। स्कूल खोलने की मांग की जा रही थी। जिसके बाद 11 महीने बाद कक्षा छह से आठवीं तक की कक्षाओं के संचालन की अनुमति दी गयी है।
कक्षा एक से पांचवीं तक की कक्षाओं की शुरुआत एक मार्च से होगी। बुधवार से कक्षा छह से आठवीं तक की कक्षाएं शुरू हो गयी है। कई दिनों से स्कूलों के खुलने की तैयारी चल रही थी। सुबह स्कूल खुलते ही चहल पहल दिखी। बच्चो के कंधे पर बस्ता नजर आया। बच्चे भी 11 महीने बाद स्कूलों में पहुंचे।
हालांकि वह संख्या पहले दिन नहीं थी। क्योंकि 50 प्रतिशत संख्या की ही अनुमति है। अभिभावक भी बच्चों को लेकर स्कूलों में पहुंचे। निजी स्कूलों में जहां कोरोना के नियमो का पूर्ण पालन किया गया वहीं परिषदीय में भी पालन दिखाई दिया। परिषदीय स्कूलों में मिड डे मील भी परोसा गया। बीएसए राघवेंद्र सिंह ने बताया कि स्कूलों में कोविड के नियमो का पालन सख्ती से करने के निर्देश है।
ज्ञानोत्सव का हुआ आगाज
स्कूल खुलने के साथ ही परिषदीय स्कूलों में प्रेरणा ज्ञानोत्सव का भी आगाज हो गया है। 100 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम के तहत गांवों में शिक्षा चौपाल लगाई जाएगी। बीएसए ने बताया कि गाईडलाईन के अनुसार कार्यक्रम किये जायेंगे।