- परिवार परामर्श केन्द्र में एक दर्जन मामलों का किया निपटारा
- इंसाफ के लिये तपती धूप में अपनी बारी का इंतजार करते रहे फरियादी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सरकार की जन सुविधा का प्रचार प्रसार कितना भी हो, लेकिन उसकी बानगी बुधवार को पुलिस लाइन के खुले मैदान में अव्यवस्थाओं के बीच तपती धूप एवं भयंकर गर्मी में परिवार परामर्श केन्द्र पर देखने को मिली। जहां इंसाफ के लिये फरियादियों को अपनी बारी का इंतजार कई घंटों तक करना पड़ा। शुरू में फरियादियों को जमीन पर बैठना पड़ा बाद में जो व्यवस्था की गई वह ऊंट के मुंह में जीरे के समान रही।
50 से अधिक घरेलू मामलोें की सुनवाई एवं दोनों पक्षों की सहमति से उनका निपटरा करने के लिये केवल दो विशेषज्ञों राघव गर्ग व मुकेश गुप्ता को कांउसलिंग करने के लिये जिला पुलिस प्रशासन द्वारा तैनात किया गया। जिस कारण इन मामलों के दोनों पक्ष के लोगों को अपनी बारी आने के लिये घंटों गर्मी में इंतजार करते हुए खड़ा रहना पड़ा। सप्ताह में हर बुधवार-शनिवार को इस परिवार परामर्श केन्द्र में दंपति व पारिवारिक मामलों की सुनवाई की जाती है और दोनो पक्षों की सहमति पर उनका निराकरण किया जाता है।
बुधवार को करीब 50 से अधिक घरेलू मामले यहां सुने गए। जिनमें लगभग एक दर्जन मामलों का निपटारा किया गया। विशेषज्ञ राघव गर्ग ने बताया कि अधिकांश मामले दंपति व परिवार के सदस्यों के बीच आपसी विवाद रहे। इस मौके पर जागृति विहार के एक फरियादी आरके शर्मा ने बताया कि उसकी पुत्री भारती शर्मा की शादी तीन वर्ष पूर्व हापुड़ के युवक नितिन के साथ हुई थी। शादी के बाद भारती शर्मा का उसके सुसराली उत्पीड़न करने लगे तंग आकर लड़की अपने पिता के घर आ गई
बाद में उसके पिता ने इस पूरे मामले की शिकायत एसएसपी से की और इंसाफ दिलाने की मांग की। विशेषज्ञ ने लड़की पक्ष की पीड़ा सुनी इसके बाद सुसराल पक्ष की बात सुनकर इस मामले का निराकरण किया जाएगा। इसी तरह अन्य मामलों में भी विशेषज्ञों ने कांउसलिंग के माध्यम से दोनों पक्षों को सुनकर अपनी लिखित प्रतिक्रिया जिला पुलिस प्रमुख को भेजी।