जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: गर्मी का प्रकोप बरकरार है। लगातार गर्मी बढ़ने से लोगों को राहत नहीं मिल रही है। सोमवार को सीजन की अब तक की सबसे अधिक गर्मी रही। दिन का तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। अभी अगले तीन दिन फिर से गर्मी का सितम जारी रहेगा। उधर, गर्मी बढ़ने के साथ साथ प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है। शहर में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। अगर समय रहते प्रदूषण नियंत्रण नहीं किया गया तो हालात बेकाबू हो जाएंगे। लू चलने से लोगों की हालत बिगड़ रही है। जून के महीने में जुलाई जैसे गर्मी देखने को मिल रही है। सूरज की तपिश के साथ तापमान में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है।
बढ़ती गर्मी के बीच लोग गर्मी से बेहाल हो रहे हैं। अभी गर्मी का असर कम नहीं होगा। इसलिए बढ़ती गर्मी के कारण सावधान रहने की जरूरत है। राजकीय मौसम विभाग पर दिन का अधिकतम तापमान 42.0 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 26.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 58 एवं न्यूनतम आर्द्रता 34 प्रतिशत दर्ज की गई। बढ़ती गर्मी के कारण जरूरी काम से ही अपने घर से बाहर निकलने की चिकित्सक सलाह दे रहे है।
उनका साफ कहना है कि जरूरत के काम से ही घर से बाहर निकलें और अगर घर से बाहर निकले तो सफेद सूती कपड़े को पहनकर ही बाहर निकलें। अन्यथा बीमारी का शिकार हो जाएंगे। वहीं, इस संबंध में मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है कि अगले तीन दिन गर्मी का असर जारी रहेगा और उसके बाद मौसम में बदलाव के संकेत बने हुए है। लू का प्रकोप भी जारी रहेगा। इसलिए विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होगी।
भीषण गर्मी और लू ने हजारों लोगों को किया बीमार
पिछले कई दिनों से हो रही भीषण गर्मी और लू ने हजारों लोगों को बीमार कर डाला। जून के दूसरे सप्ताह से प्रचंड गर्मी शुरू हो गई। पारा 40 को पार कर गया। सुबह से निकल रही चिलचिलाती धूप जहां लोगों को पसीनों में नहला रही है, वहीं लू के थपेड़ों में लोग बिलबिला रहे हैं। जहां आसमान से आग बरस रही, वहीं सड़कों से भट्ठी जैसी तप रही हैं। हर शख्स निढाल हो रहा है।
भीषण गर्मी और लू लोगों को बीमार कर रही है। हजारों लोग बदहजमी, उल्टी, दस्त, चक्कर, शरीर में कमजोरी, शरीर में दर्द और बुखार से चपेट में आ गए। लोगों को न तो दिन में चैन है और न ही रात को आराम मिल रहा। लोग भीषण गर्मी की वजह से सो नहीं पा रहे। जिला अस्पताल में सोमवार को करीब 1800 मरीजों ने ओपीडी में दिखाया। इनमें अधिकांश चक्कर, मरीज उल्टी दस्त, बदहजमी, सिर दर्द, बदन दर्द और बुखार के पहुंचे।
उक्त बीमारियों से ग्रस्ति करीब 50 मरीजों को भर्ती इमरजेंसी व अन्य वार्डो में भर्ती किया गया। अनेक बच्चे भर्ती किए गए। उधर एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में लगभग 2200 मरीजों की ओपीडी हुई, जिसमें अधिकांश उपरोक्त बीमारियों का शिकार हैं। मेडिकल कालेज में भी करीब 40 मरीजों को भर्ती किया गया। इसके अलावा हजारों लोगों ने प्राइवेट चिकित्सकों से उपचार कराया। बड़ी संख्या में मरीज प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती किए गए।
पानी, शिकंजी खूब पिएं ताजा और हलका भोजन लें
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. हरीश मोहन रस्तोगी का कहना है कि तेज धूप व लू में घर से बाहर न निकलें। पूरी बाजू की शर्ट पहनें, सिर पर कपड़ा ढक्कर या कैप पहनें। स्वच्छ पानी व शिकंजी खूब पिएं। बाजार से कटे हुए फल न खरीदें। ताजा व हलका भोजन लें। फ्रेश मौसमी फल खाएं। फ्रेश लस्सी व दही लें।