Wednesday, May 28, 2025
- Advertisement -

प्रसिद्ध चांद वाली तालाब की भूमि प्रशासन ने कराई कब्जा मुक्त

  • लोगों ने लगाया अतिक्रमण हटाने में भेदभाव का आरोप

जनवाणी संवाददाता  |

नागल: उप जिलाधिकारी देवबंद दीपक कुमार व तहसीलदार तपन मिश्रा के नेतृत्व में नागल स्थित चांद वाली के नाम से प्रसिद्ध जोहड़ से 13 लोगों का अनाधिकृत कब्जा हटाया गया। अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। इसके बावजूद राजस्व कर्मियों को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा।

WhatsApp Image 2022 06 01 at 5.06.50 PM

आपके सितारे क्या कहते है देखिए अपना साप्ताहिक राशिफल 29 May To 04 June 2022

 

 

एक महिला ने तो उसका मकान गिराए जाने की स्थिति में जहर खाकर जान देने की घोषणा कर दी। इसके बावजूद अधिकारियों ने सूझबूझ से काम लेते हुए अतिक्रमण हटाओं अभियान सुचारु रुप से पूर्ण कराया।

बताते चलें कि चांद वाली नाम से प्रसिद्ध यह जोहड नागल एवं बड़े बढेडी कोली गांव की सीमा पर स्थित है। जिसमें रकबा दोनों गांव का है। वर्तमान की स्थिति देखें तो करीब 11 बीघा बड़ेडी कोली एवं 11 बीघा नागल उर्फ रामदासपुर के जोहड का रकबा है। यदि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का संज्ञान ले तो नागल बड़ेडी कोली दोनों गांव के संयुक्त जुगाड़ का रकबा करीब 42 बीघा है।

जमीदारा उन्मूलन के दौरान उक्त जोहड़ की नवयत बदल कर पट्टे काट दिए गए। अब पट्टों पर काबिज लोग उक्त भूमि पर अपना अधिकार मान बैठे हैं। जबकि हिंच लाल तिवारी के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि जमीदारा उन्मूलन के दौरान जोहड, पोखर, तालाब आदि की जो स्थिति थी उसमें कोई बदलाव नहीं होगा। जिसके चलते जोहड़ों पर काटे गए पट्टे ही निरस्त माने जा रहे हैं। राजस्व अधिकारियों को इस जोहड़ की 22 बीघा भूमि को खाली कराना होगा। इस संबंध में तहसीलदार तपन मिश्रा ने बताया कि आज 13 लोगों का तालाब से अतिक्रमण हटाया गया है।

इस तालाब पर किसी ने कब कितना कब्जा किया, यह अलग जांच का विषय है। तालाब की एक-एक इंच भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराकर कोर्ट के आदेश का पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज यह प्रारंभिक कार्रवाई शुरू हुई है और हम इस संबंध में सभी पत्रावली निकलवा रहे हैं। उसके बाद ही अतिक्रमण हटाया जाना श्रेयकर होगा। अतिक्रमण हटाने के दौरान नागल बढेडी कोली के लेखपाल एवं राजस्व कर्मचारी उपस्थित रहे।

प्रशासनिक अमले को लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। लोगों ने आरोप लगाया कि केवल गरीब लोगों के अतिक्रमण को हटाया जा रहा है। जबकि संपन्न वर्ग के अतिक्रमण को हाथ तक नहीं लगाया जा रहा है। इस संबंध में एसडीएम दीपक कुमार ने कहा कि कार्रवाई पूरी पारदर्शिता के साथ की गई है आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी अतिक्रमण हटाने में किसी प्रकार का कोई भेदभाव न किया गया न ही किया जाएगा।

जो बाकी जोहड़ पर अतिक्रमण रह गया है उसे भी जल्दी ही बलपूर्वक हटाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने जोहड़ की जमीनों पर पट्टों के कागजात दिखायें हैं ऐसे सभी मामलों की फाईलें तलब की गई हैं, उनकी जांच कर पट्टों को खारिज करने की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुपालन में चांद वाली तालाब को पूरी तरह से मुक्त कराया जाएगा।

spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

LIC का तगड़ा मुनाफा: चौथी तिमाही में ₹19,000 करोड़, शेयर बाजार में आई बहार!

नमस्कार,दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और...
spot_imgspot_img