- नेग के नाम पर उगाही करने वालों का गिरोह सक्रिय
- तेजगढ़ी, बच्चा पार्क और लालकुर्ती पैंठ एरिया में सबसे ज्यादा घटना
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर के प्रमुख चौराहों पर यदि रेड लाइट के चलते रुकना पड़े तो बेहद संभल कर रहें। शहर के कई चौराहों पर नेग के नाम पर उगाही करने वाला गिरोह सक्रिय है। चौराहों के अलावा काली पलटन व बुढ़ानागेट हनुमान मंदिर के आसपास भी इस प्रकार के नकली बताए जा रहे किन्नरों को देखा जा सकता है। गहरा मेकअप और किन्नर की तरह कपड़े पहनकर नकली किन्नर शहर के मेडिकल थाना क्षेत्र से लेकर पल्लवपुरम चौराहे तक वसूली कर रहे हैं। इनके निशाने पर आमतौर पर ई-रिक्शाओं से यात्रा करने वाले होते हैं। ई-रिक्शाओं के यात्रियों को परेशान कर रुपये वसूलते हैं।
मोदीपुरम और कंकरखेड़ा फ्लाई ओवर के नीचे वाहनों को रोककर नेग के नाम पर रुपये मांगते हैं। इस गिरोह में 15 से 20 लड़के शामिल हैं, जो विरोध करने पर बदसलूकी करते हैं। शहर के बच्चापार्क, तेजगढ़ी, बेगमपुल पैंठ एरिया, रेलवे रोड डीएन कालेज चौराहा सरीखे तमाम ऐसे स्थान हैं, जहां भीख के नाम पर जबरन वसूली करने वाले किन्नरों का गिरोह सक्रिय है। भैंसाली रोडवेज पर सुबह के वक्त इनके निशाने पर आनंद विहार जाने वाली बसें होती हैं। इनके यात्रियों से नेग के नाम पर वसूली करते हैं।
सबसे बुरा हाल शास्त्री नगर तेजगढ़ी चौराहे का है, यहां तो ये नेग वसूलने में जाम लगवा देते हैं। वाहनों के सिग्नल पर रुकने या फिर जाम लगने पर तो यह तुरंत वाहनों के पास पहुंच जाते हैं। अक्सर ये रात में सवारियों से छीना-झपटी करके भी भाग जाते हैं। नकली किन्नरों अब अजाब बनते जा रहे हैं। वहीं, इस संबंध में एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि यदि ऐसा हो रहा है तो इसकी जांच कराएंगे। सादी वर्दी पुलिस वालों का लगाकर इनकी धरपकड़ की जाएगी। नेग या भीख के नाम पर जोर जबरदस्ती अपराध की श्रेणी में आता है।
किन्नर कभी इस तरह नेग नहीं मांगते
पहचान छिपाने की शर्त पर देहलीगेट के घंटाघर इलाके में रहने वाले एक किन्नर ने बताया कि किन्नर कभी सड़कों पर गाड़ियां रोककर नेग नहीं मांगते हैं। ट्रेनों से लेकर बसों तक लोगों को परेशान करने वाले नकली किन्नर होते हैं। यह नेग नहीं मांगते बल्कि किन्नर की आड़ में वसूली करते हैं। पुलिस को इन्हें अपराधियों की तरह ही वसूली के मामले में गिरफ्तार करके जेल भेजना चाहिए, तभी इनका आतंक कम हो सकेगा।
केस-1
मंगलवार सुबह करीब 10 बजे बाबा औघड़नाथ मंदिर काली पलटन पर यूं तो सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना जाना लगा था, लेकिन 10 बजे अचानक वहां तीन नकली किन्नर आ गए। उन्होंने दर्शन को मंदिर अपने परिवार के साथ आए एक कार चालक से 100 रुपये मांगे, मना करने पर भी नकली किन्नर हटा नहीं। पहले तो जोर-जोर से ताली बजाने लगा और फिर गाड़ी के सामने खड़ा हो गया। परिवार की एक महिला ने जब 100 रुपये दे दिए तभी हटा।
केस-2
बच्चा पार्क चौराहे पर थाना सदर बाजार, कोतवाली व लालकुर्ती की सीमा लगती है। नकली किन्नरों की वसूली मामले में बच्चा पार्क चौराहा भी सबसे ज्यादा बदनाम है। यहां जैसे ही चौराहे पर रेड लाइट होती है। तभी नकली किन्नर किसी भी ई-रिक्शा को घेर लेते हैं और तालियां पीट-पीटकर मनोवैज्ञानिक दबाव सवारियों पर बनाते हैं।