- पीवीवीएनएल अधिकारी स्मार्ट मीटर की खामियों को कर रहे खाजिर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: स्मार्ट मीटरों की रफ्तार बिजली उपभोक्ताओं की जेब पर वार कर रही है। वहीं, दूसरी ओर बिजली अधिकारी स्मार्ट मीटरों की जंप व उनके तेज चलने के आरोपों को एक सिरे से खारिज कर रहे हैं। उनका तो उल्टे यह दावा है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद ही बिल ठीक आने शुरू हुए हैं, अन्यथा इससे पहले बिलों में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर बड़ी संख्या में उपभोक्ता बिजलीघर व विक्टोरिया पार्क के चक्कर काटा करते थे, स्मार्ट मीटर लगने के बार यह शिकायत अब खत्म हो गयी है।
लिसाड़ीगेट के विकासपुरी स्थित पीएनटी कालोनी में रहने वाले अशोक ठाकुर की शिकायत है कि उनके यहां जब से स्मार्ट मीटर लगा है, बिल कई गुना आने लगा है। इसकी शिकायत की गयी, लेकिन उस पर कोई ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है। स्मार्ट मीटर के बाद तो बिल ने बजट ही बिगाड़ कर रख दिया है। शुक्रवार को पीवीवीएनएल मुख्यालय में चीफ से मिलने पहुंचे सोफीपुर निवासी सुफल ने बताया कि स्मार्ट मीटर तेजी से भाग रहा है।
आनप-शनाप रीडिंग आ रही है। इसकी शिकायत रुड़की रोड एमईएस बिजलीघर पर भी की गई। चेक मीटर भी लगा, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। कोतवाली के इस्माइल नगर निवासी सलीम डब्बू ने बताया कि स्मार्ट मीटर प्रतिदिन 40 से 50 यूनिट दर्शा रहा है। इसी तरह उनके आसपास रहने वाले कई और उपभोक्ताओं के स्मार्ट मीटर भी जंप कर रहे हैं। विगत दिसंबर माह में दो किलोवाट के घरेलू कनेक्शन पर उनका बिजली का बिल 673 रुपये आया था, लेकिन जनवरी माह का बिल 7300 रुपये का आया है।
चेक मीटर से जांच कराने की बात बिजली अधिकारियों ने की है। जिस पर 350 रुपये की रसीद चेक मीटर से जांच के लिए कटवाई है। उपभोक्ता का कहना है कि स्मार्ट मीटर जंप क्यों कर रहे हैं? इसका कारण चेक मीटर से जांच होने के बाद बताने की बात बिजली अधिकारियों ने की है, लेकिन कुछ उपभोक्ताओं का आरोप है कि चेक मीटर से जांच कराने के बाद भी अधिकारी नहीं बता पा रहे हैं कि एकाएक कई गुना बिल कैसे बढ़ गया।