- आरोपियों के खाते में गए थे 28 लाख, पंजाब के लुधियाना में दबिश देकर आरोपियों को किया गिरफ्तार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: रिटायर्ड प्रोफेसर को शेयर बाजार से पैसे कमाने का लालच देकर 3.10 करोड़ की ठगी के मामले में तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों में दो सगे भाई है। जिनके खाते में ठगी के 28 लाख रुपये गए थे। इसकी एवज में इन्हें कमीशन मिला था। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने इन्हें पंजाब के लुधियाना व अन्य जिले में दबिश देकर गिरफ्तार किया है।
मेरठ के गंगानगर निवासी रुड़की आईआईटी से रिटायर्ड प्रोफेसर एके अग्रवाल ने साइबर क्राइम थाने में दर्ज कराई एफआईआर में बताया था कि उनके पास 26 सितंबर को एक अनजान नंबर से कॉल आया था। कॉलर ने उन्हें फेक शेयर मार्केट ऐप में अधिक पैसे कामने का लालच दिया था। शेयर की अधिक सदस्यता लेने के नाम पर पीड़ित से एक महीने में उनके व उनकी पत्नी के खाते से 3 करोड़ 10 लाख अपने खाते 81 हजार रुपये ट्रांसफर कराकर आॅनलाइन ठगी की थी। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने इस मामले में जानकारी की तो पता चला कि चार खातों में ठगी के पैसे ट्रांसफर हुए है।
जिसके बाद एक पुलिस टीम पंजाब और हरियाणा राज्यों के लिए रवाना की गई। जहां अलग अलग जिलों में दबिश देकर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि लुधियाना के थाना सलेमटापरी क्षेत्र के गांव भाटिया से दो सगे भाई इकराम और साहिल के अलावा कपूरथला (पंजाब) जिले के थाना सतनामपुरा क्षेत्र से जसवीर कुमार को दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ करने पर आरोपी इकराम अली ने बताया कि उसके भाई साहिल ने उसका खाता खुलवाया था। इसके अलावा और तीन अन्य खाते कोटक महिन्द्रा, यश व इन्डसइन्ड बैंक में खुलवाए थे।
साहिल अली ने अपना नंबर रजिस्टर्ड करा लिया था। उसने बताया था कि इसमें साइबर फ्रॉड का पैसा आएगा। जिस पर उन्हें एक से दो प्रतिशत कमीशन का रूपया मिलेगा। जो भी पैसा आएगा, उसे आपस में बांट लेंगे। जिसके बाद उनके खाते में ठगी के 28.60 लाख रुपये आए थे। इन पैसों को उसने अपने साथी जसवीर और कलकत्ता में रहने वाले स्यान ने मिलकर निकाल लिया था। इसी के साथ कोटक महिन्द्रा बैंक में 51 लाख रुपये आये थे। उसमें हमे करीब 50 हजार रुपये मिले थे, जिन्हें घर में खर्च कर लिया है।
इस खाते से सम्बन्धित रजिस्टर्ड सिम, एटीएम व चेकबुक भाई साहिल अली को दे दी थी। साहिल ने बताया था कि ये सभी चीजें उसने जसबीर कुमार को दे दिए है। पुलिस पूछताछ में साहिल अली ने बताया कि वह पेटीएम में काम करता था। उसने ही अपने भाई इकराम अली का खाता खुलवाया था। जसबीर कुमार ने उसे बताया था कि कुछ करन्ट अकाउन्ट खुलवा लो। जिसकी एवज में उन्हें कुछ प्रतिशत कमीशन मिलेगा। यह बात उसने अपने भाई इकराम को बताकर उनके नाम पर जाना स्मॉल फाइनेस बैंक का खाता खुलवाया था।
जसबीर कुमार ने पूछताछ करने पर बताया कि साहिल अली को उसने ही लालच दिया था। जिसकी एवज में उन्हें 10 हजार रुपये प्रति ट्रान्जेक्शन के हिसाब से स्यान को कलकत्ता जाकर होटल में दे दिया था। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की ओर से आर्थिक लाभ कमाने के लिए गैंग बनाकर अपने नेटर्वक को अन्य राज्य में फैलाकर संगठित आर्थिक अपराध किया जा रहा हैं। गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया। यहां से इन्हें जेल भेज दिया गया।