Friday, July 5, 2024
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दारोगा भर्ती परीक्षा की जांच को लेकर तीन सस्पेंड

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  • कोर्ट में केस डायरी न भेजने पर दो आरोपियों को मिली जमानत

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: दारोगा भर्ती परीक्षा में धोखाधड़ी के आरोप में पकड़े गए दो आरोपियों को विवेचक की लापरवाही से जमानत मिलना दारोगा समेत तीन लोगों को भारी पड़ गया। एसएसपी ने विवेचक, कोर्ट मोहर्रिर और पैरोकार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने सिविल लाइन थाने के दारोगा दिनेश प्रकाश शर्मा, सिपाही रूपेश कुमार और अमित चौहान अभियोजन कार्यालय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। एसपी क्राइम अनित कुमार ने बताया कि दरोगा भर्ती परीक्षा में हुई धोखाधड़ी के आरोप में दो मुन्नाभाइयों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इस मामले की विवेचना दारोगा दिनेश प्रकाश शर्मा को दी गई थी।

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हैरानी की बात यह है कि दारोगा ने इस जांच को गंभीरता से नहीं लिया। जब आरोपियों ने जमानत के लिये प्रार्थनापत्र दाखिल किया तो दारोगा को इस बात की जानकारी तक नहीं हुई। यही नहीं दारोगा ने दोनों आरोपियों की केस डायरी तक कोर्ट में नहीं भेजी। यही कारण रहा कि सात जून को अदालत ने केस डायरी न होने के कारण पुलिस की लापरवाही को देखते हुए एडीजे तीन की अदालत ने दोनों आरोपियों चंदन और पीयूष को जमानत पर रिहा करने के आदेश कर दिये।

इस मामले की जांच एसपी क्राइम अनित कुमार को सौंपी गई थी। जांच में यह बात सामने आई कि दोनों आरोपियों को जमानत मिलने की सूचना भी तीनों पुलिसकर्मियों ने अपने अधिकारियों को नहीं दी थी। दारोगा ने जमानत को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई और केस डायरी बार-बार कहने के बाद भी नहीं भेजी। इसका फायदा मुलजिमों को मिला।

दो आरोपियों की जमानत खारिज

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तीन की कोर्ट ने दारोगा भर्ती परीक्षा में धोखाधड़ी करने के दो आरोपियों की जमानत खारिज कर दी। शासकीय अधिवक्ता एडवोकेट वीरेश त्यागी ने बताया कि दारोगा भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने के आरोपी अनिल फौजदार की जमानत पहले ही खारिज हो चुकी थी। शुक्रवार को राजपाल की जमानत खारिज हो गई।

जिम के सामान के नाम पर नौ लाख रुपये की ठगी

जिम का सामान देने के नाम पर दिल्ली के दो कारोबारियों को नौ लाख रुपये का चूना लगा दिया गया। शुक्रवार को दोनों कारोबारी लिसाड़ीगेट थाने पहुंचे। पुलिस को दी तहरीर में कहा कि खेल के सामान के नाम पर 9 लाख रुपये की ठगी की है। दिल्ली के करावल नगर निवासी संदीप शर्मा और रमाकांत शर्मा स्पेक्ट्रो जिम के नाम से दिल्ली में फर्म चलाते हैं। संदीप शर्मा का आरोप है कि एक माह पूर्व लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र स्थित मदीना कॉलोनी निवासी नवाब और सलमान से जिम का सामान खरीदने के लिए 9 लाख रुपए दिए थे।

संदीप का आरोप है कि नवाब व सलमान ने उनके पते पर जिम का सामान तो भेज दिया, लेकिन सामान की गुणवत्ता दिखाए गए सामान से बिल्कुल अलग थी। भेजे गए सामान की कीमत मात्र कुछ ही रुपए थी। मामले को लेकर संदीप शर्मा और रमाकांत शर्मा ने सलमान और नवाब को कॉल कर जानकारी देते हुए अपनी रकम वापस मांगी। आरोपियों ने संदीप शर्मा और रमाकांत शर्मा को मेरठ बुला लिया।

आरोप है कि मेरठ पहुंचने पर जब उन्होंने आरोपियों के घर पहुंचकर आरोपियों के बारे में जानकारी की तो आरोपियों ने अपने मोबाइल आॅफ लिए और घर से फरार हो गए। संदीप का कहना है कि करीब 1 माह से हम सलमान और नवाब के मकान के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन आरोपी पैसे लौटाने को तैयार नहीं है। सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया का कहना है की पूरे मामले में जांच कराई जा रही है। उधर लिसाड़ीगेट इस्पेक्टर का कहना है के मशीनें वापस हो गई है बाकी की कार्यवाही जांच के बाद कि जाएगी।

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