- मृतक संतोष की पत्नी ने लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी पर लगाए गंभीर आरोप
जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: मंगलवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण में कार्यरत एक संविदा कर्मी संतोष जायसवाल ने फांसी के फंदे से झूलकर अपनी जान दे दी है। संतोष कैंट थाना क्षेत्र के रहने वाले थे और पिछले कई दिनों से परेशान थे। उनकी पत्नी मालती जायसवाल के मुताबिक लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी पिछले कई दिनों से उनके प्रति को मानसिक प्रताड़ना दे रहे थे जिसके कारण उन्होंने मंगलवार सुबह फांसी के फंदे से झूल कर मौत को गले लगा लिया।
मंगलवार को सुबह लखनऊ विकास प्राधिकरण में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत एक संविदा कर्मी संतोष जायसवाल ने फांसी से के फंदे से झूलकर मौत को गले लगा लिया। संतोष कैंट थाना क्षेत्र के रहने वाले थे सुबह 9 से 10 बजे के बीच संतोष के घरवालों को इसकी जानकारी हुई जिसके पास पूरे प्राधिकरण में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया।
संतोष की पत्नी मालती जायसवाल का आरोप है कि एलडीए उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी संतोष को पिछले कई दिनों से प्रताड़ित कर रहे थे जिसकी वजह से संतोष काफी मानसिक तनाव में रहते थे।
संतोष ने इस बात का कई बार जिक्र अपनी पत्नी से भी किया कि इंद्रमणि त्रिपाठी मुझे नौकरी से निकलना चाहते हैं और लगातार विभाग में मेरे साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं। मंगलवार को संतोष जायसवाल ने जब मौत को गले लगा लिया उसके बाद उनकी पत्नी मालती जायसवाल ने एलडीए उपाध्यक्ष के ऊपर एक के बाद एक कई सनसनीखेज आरोप लगाए।
संतोष की पत्नी मालती का कहना था कि पिछले कई दिनों से उनके पति उनको बता रहे थे कि एलडीए उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी लगातार उसकी मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे कई बार पूरे स्टाफ के सामने अभद्र व्यवहार भी किया जिसके कारण वह काफी मानसिक तनाव में थे लेकिन संतोष कोई ऐसा कदम उठा लेंगे इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। मालती जायसवाल ने अपने पति द्वारा किए गए आत्महत्या का जिम्मेदार एलडीए उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी को ठहराया है। मालती का कहना है कि उनके पति बार-बार जिक्र करते रहते थे कि एलडीए उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं और अनर्गल ही उनके पीछे पड़े हुए हैं साथ ही साथ यह भी कहा कि वह अपनी जान पहचान की एक फर्म को एलडीए में काम दिलवा चुके हैं जिसके कारण 15 कर्मचारियों को निकाल भी गया है जो कर्मचारी सालों से अपनी सेवाएं एलडीए में दे रहे थे और इन्हीं 15 कर्मचारियों में से एक संतोष जायसवाल भी थे।
वहीं एलडीए प्रशासन ने मृतक संविदा कर्मी संतोष जायसवाल की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए बयान जारी किया है कि एलडीए पीड़ित परिवार के साथ है और आत्महत्या के पीछे एलडीए प्रशासन जिम्मेदार नहीं है। इसके साथ ही है पुराना वीडियो जारी किया गया है जिसमें संतोष वकीलों के साथ लेनदेन की बात करते नजर आ रहे हैं अब इस बात में कितनी सच्चाई है यह जांच का विषय है कि आखिर संतोष की मौत एलडीए वीसी की प्रताड़ना से हुई या वजह कुछ और थी।